चार विदेशी नागरिक फ्रॉड करते थे काले डॉलर के जरिये पढिये पूरी खबर
नई दिल्ली: ब्लैक डॉलर के नाम से विख्यात ठग का दिल्ली पुलिस ने पर्दाफास करते हुए चार विदेशी नागरिको को किया गिरफ्तार। मामला एक व्यक्ति से लाखों रुपये की ठगी करने के आरोप में का जिसके चलते चार विदेशी नागरिकों को चाणक्यपुरी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी खुद को ब्रिटेन दूतावास के अधिकारी एवं कर्मचारी बताते थे। आरोपियों की पहचान दक्षिण अफ्रीका निवासी 42 वर्षीय मैथ्यू, 37 वर्षीय औतरा, 23 वर्षीय टिमोथी और 34 वर्षीय तिबिजदे उर्फ खलीफा के रूप में हुई है।
संयुक्त आयुक्त मुकेश मीणा के अनुसार बीते 19 मई को चाणक्यपुरी पुलिस को एक कॉल मिली थी। इसमें बताया गया कि नीदरलैंड दूतावास के पास नाइजीरियन की तरह दिखने वाले तीन युवकों को पीसीआर ने पकड़ा है। मौके पर पहुंची पुलिस कार सहित चार विदेशी युवकों व शिकायतकर्ता को लेकर थाने पहुंची।
मामला कुछ ऐसा था के गुडगांव निवासी मंजीत ने पुलिस को बताया कि वह एक कंपनी में सेल्स मैनेजर है। फरवरी 2014 में वह एक सुपर बाइक खरीदना चाहता था। उसने एक वेबसाइट पर सुपर बाइक का विज्ञापन देखा। 15 लाख रुपये कीमत की यह बाइक महाराष्ट्र निवासी अनिल पाटिल 3.5 लाख रुपये में बेच रहा था। उसने मंजीत से अपने खाते में 3.5 लाख रुपये जमा करवा लिए, लेकिन उसे बाइक नहीं दी। उसने मंजीत का मोबाइल नंबर जेम्स नामक युवक को दे दिया। उसने पीड़ित को बताया कि वह ब्रिटेन दूतावास का अधिकारी है। उसने पीड़ित की बातचीत मैथ्यू नामक युवक से कराई जो बीते 17 मार्च को उससे गुडगांव में मिला। उसने बताया कि वह ब्रिटेन दूतावास के बड़े अधिकारी का पीए है। उसने एक काले कागज का टुकड़ा उसके सामने केमिकल से साफ किया। साफ होने पर वह अमेरिकी डॉलर निकला।
उन्होंने मंजीत पर दबाव डाला कि वह डॉलर की सफाई के लिए केमिकल खरीदने का पैसा दे। इस तरह बीते ढाई माह में उन्होंने उससे करीब 27 लाख रुपये ले लिए। उसने मंजीत से 15 लाख रुपये लाने को कहा जो एक-एक हजार रुपये के नोट हों। काले कागज को साफ करने के दौरान मंजीत को खलीफा पर शक हुआ। यह पता लगते ही वह मंजीत के दस लाख रुपये लेकर फरार हो गया।
सस्ते के चक्कर में पढ़े लिखे जवान भी इस तरह की ठगी के शिकार आसानी से हो जाते हैं तो जान जाइये ओर जाग जाइयेहो जाइये सावधान हो सकता है आपके साथ भी तो नही हो रही है ऐसी दोखाधड़ी।
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