छतीसगढ़ के राजधानी रायपुर में फोन कॉल के जरिए ठगी का एक मामला फिर सामने आया है, जिसमें उरला निवासी संतोष कुमार दोगुने के लालच में 25 लाख रुपए गंवा बैठा। पीड़ित ने इसकी शिकायत एसपी ओपी पाल से की है। एसपी ने उरला पुलिस को जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
ठगी के शिकार संतोष के मुताबिक उसके मोबाइल पर मैसेज आया था, “जिसमें एक सप्ताह में रकम दोगुना करने की बात लिखी थी। संतोष ने मैसेज में दिए गए फोन नंबर पर कॉल किया तो रिसीव करने वाले व्यक्ति ने दो लाख रुपए जमा करने पर हफ्ते भर में तीन लाख रुपए लौटाने का दावा किया। उसने पैसा जमा करने के लिए नागपुर स्थित नेशनलाइज बैंक का खाता नंबर दिया। दूसरे दिन संतोष ने 2 लाख रुपए जमा कर दिया। जब सप्ताह भर बाद रकम नहीं मिली तब फोन करने पर बताया गया कि यह स्कीम बंद कर दी गई है। अब दूसरी स्कीम में भाग लेने के लिए 3 लाख रुपए और जमा करने पड़ेंगे। इस तरह जालसाजों के चक्कर में फंसकर संतोष ने चार बैंक खातों में कुल 25 लाख रुपए जमा किया”। लेकिन न तो उसे पैसे मिले और न ही जालसाज फोन उठा रहे हैं। संतोष ने उरला थाने में इसकी शिकायत की पर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। अब एसपी के निर्देश पर एफआईआर दर्ज करने की तैयारी की जा रही है।
बिहार का गैंग सक्रिय (Bihar Gang is Active)
फोन कॉल्स के जरिए राजधानी में पहली बार इतनी बड़ी रकम की ठगी हुई है। पुलिस के अनुसार जालसाज पैसे दोगुना करने का झांसा देकर इससे पहले भी कई लोगों को शिकार बना चुके हैं। पिछले दिनों 8877746256 से अलग-अलग समय पर दो लोगों को कॉल्स आए। कॉलकर्ता ने अपने आप को बैंक का कर्मी बताकर एटीएम कार्ड बदलने की प्रक्रिया का हवाला देकर कार्ड का कोड नंबर पूछा। शंका होने पर एक व्यक्ति ने उससे कड़ाई से पूछताछ करना शुरू किया तो कॉलकर्ता ने फोन काट दिया। पुलिस की साइबर सेल में इसकी शिकायत की गई है। वह नंबर ट्रेस करने पर बिहार का निकला। पुलिस का कहना है कि ऑनलाइन ठगी में बिहार के कई गैंग देशभर में सक्रिय हैं। कुछ महीने पहले ही दिल्ली से तीन युवकों को पकड़ा गया था, वे भी बिहार गैंग से जुड़े निकले थे।
यदि आपके पास भी उपरोक्त नंबर या फिर कुछ इसी तरह का मामला सामने आये तो हो जाइये सावधान और तुरंत कीजिये पुलिस को सूचित क्योंकि बचाव में ही बचाव है।
ठगी के शिकार संतोष के मुताबिक उसके मोबाइल पर मैसेज आया था, “जिसमें एक सप्ताह में रकम दोगुना करने की बात लिखी थी। संतोष ने मैसेज में दिए गए फोन नंबर पर कॉल किया तो रिसीव करने वाले व्यक्ति ने दो लाख रुपए जमा करने पर हफ्ते भर में तीन लाख रुपए लौटाने का दावा किया। उसने पैसा जमा करने के लिए नागपुर स्थित नेशनलाइज बैंक का खाता नंबर दिया। दूसरे दिन संतोष ने 2 लाख रुपए जमा कर दिया। जब सप्ताह भर बाद रकम नहीं मिली तब फोन करने पर बताया गया कि यह स्कीम बंद कर दी गई है। अब दूसरी स्कीम में भाग लेने के लिए 3 लाख रुपए और जमा करने पड़ेंगे। इस तरह जालसाजों के चक्कर में फंसकर संतोष ने चार बैंक खातों में कुल 25 लाख रुपए जमा किया”। लेकिन न तो उसे पैसे मिले और न ही जालसाज फोन उठा रहे हैं। संतोष ने उरला थाने में इसकी शिकायत की पर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। अब एसपी के निर्देश पर एफआईआर दर्ज करने की तैयारी की जा रही है।
बिहार का गैंग सक्रिय (Bihar Gang is Active)
फोन कॉल्स के जरिए राजधानी में पहली बार इतनी बड़ी रकम की ठगी हुई है। पुलिस के अनुसार जालसाज पैसे दोगुना करने का झांसा देकर इससे पहले भी कई लोगों को शिकार बना चुके हैं। पिछले दिनों 8877746256 से अलग-अलग समय पर दो लोगों को कॉल्स आए। कॉलकर्ता ने अपने आप को बैंक का कर्मी बताकर एटीएम कार्ड बदलने की प्रक्रिया का हवाला देकर कार्ड का कोड नंबर पूछा। शंका होने पर एक व्यक्ति ने उससे कड़ाई से पूछताछ करना शुरू किया तो कॉलकर्ता ने फोन काट दिया। पुलिस की साइबर सेल में इसकी शिकायत की गई है। वह नंबर ट्रेस करने पर बिहार का निकला। पुलिस का कहना है कि ऑनलाइन ठगी में बिहार के कई गैंग देशभर में सक्रिय हैं। कुछ महीने पहले ही दिल्ली से तीन युवकों को पकड़ा गया था, वे भी बिहार गैंग से जुड़े निकले थे।
यदि आपके पास भी उपरोक्त नंबर या फिर कुछ इसी तरह का मामला सामने आये तो हो जाइये सावधान और तुरंत कीजिये पुलिस को सूचित क्योंकि बचाव में ही बचाव है।