इन दिनों सरवाइकल, लो बैक पेन, माइग्रेन, घुटनों का दर्द, न्यूरो स्पाइनल प्रॉब्लम होना सामान्य सी बात हो गई है। यहां तक की युवाओं को भी ये समस्याएं अपनी गिरफ्त में ले रही हैं। पिछले कुछ वर्षों से कामकाजी लोगों में कुछ गंभीर समस्याएं जैसे कार्पल टनल सिंड्रोम, स्लिप डिस्क भी बहुत ज्यादा देखने को मिल रहे है।
कारण हैं कई (Survical Diseases Causes)
इन सभी परेशानियों के होने की अलग-अलग वजहें हैं, जिनमें प्रमुख है आपका वर्कप्लेस। अगर काम करने की जगह आरामदेह नहीं है, जैसे आप ऐसी कुर्सी का इस्तेमाल करते हैं, जो आरामदायक नहीं है या आपके कंप्यूटर स्क्रीन की ऊंचाई पर्याप्त नहीं है, तो आप सहज होकर काम नहीं कर सकते। इससे घुटनों का दर्द, आंखों का खराब होना, सिर में लगातार दर्द का बने रहना, पीठ और गर्दन में अकड़न आदि समस्याएं बढ़ जाती हैं। इतना ही नहीं आप स्लिप डिस्क और कार्पल टनल सिंड्रोम से भी ग्रस्त हो सकते हैं। हालांकि स्लिप डिस्क होने के और भी कई कारण हो सकते हैं। लगातार टाइपिंग करने, माउस का उपयोग करने से आपको कार्पल टनल सिंड्रोम हो सकता है।
प्रमुख लक्षण (Main symptoms of Survical Diseases)
अगर आप नियमित रूप से कुछ बातों पर गौर करें तो इस बात का पता लगा सकते हैं कि कहीं आप बीमार तो नहीं पड़ने वाले हैं। शरीर में अकड़न, लगातार पीठ दर्द का बने रहना, पैरों और तलवों में सुन्नपन, मांसपेशियों में खिंचाव, ज्यादा चलने पर कमजोरी महसूस होना, सिर और कंधों में दर्द रहना स्लिप डिस्क के लक्षण हो सकते हैं। हाथ के अंगूठे, सूचकांक और बीच की अंगुली में सुन्नपन, सनसनी महसूस करना आदि लक्षण कार्पल टनल सिंड्रोम के हो सकते हैं।
अगर आपमें ये लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो सचेत हो जाएं। इससे पहले कि आपको कोई गंभीर समस्या हो आप यहां बताई जा रही फिटनेस टिप्स को आजमाएं।
इन सभी परेशानियों के होने की अलग-अलग वजहें हैं, जिनमें प्रमुख है आपका वर्कप्लेस। अगर काम करने की जगह आरामदेह नहीं है, जैसे आप ऐसी कुर्सी का इस्तेमाल करते हैं, जो आरामदायक नहीं है या आपके कंप्यूटर स्क्रीन की ऊंचाई पर्याप्त नहीं है, तो आप सहज होकर काम नहीं कर सकते। इससे घुटनों का दर्द, आंखों का खराब होना, सिर में लगातार दर्द का बने रहना, पीठ और गर्दन में अकड़न आदि समस्याएं बढ़ जाती हैं। इतना ही नहीं आप स्लिप डिस्क और कार्पल टनल सिंड्रोम से भी ग्रस्त हो सकते हैं। हालांकि स्लिप डिस्क होने के और भी कई कारण हो सकते हैं। लगातार टाइपिंग करने, माउस का उपयोग करने से आपको कार्पल टनल सिंड्रोम हो सकता है।
प्रमुख लक्षण (Main symptoms of Survical Diseases)
अगर आप नियमित रूप से कुछ बातों पर गौर करें तो इस बात का पता लगा सकते हैं कि कहीं आप बीमार तो नहीं पड़ने वाले हैं। शरीर में अकड़न, लगातार पीठ दर्द का बने रहना, पैरों और तलवों में सुन्नपन, मांसपेशियों में खिंचाव, ज्यादा चलने पर कमजोरी महसूस होना, सिर और कंधों में दर्द रहना स्लिप डिस्क के लक्षण हो सकते हैं। हाथ के अंगूठे, सूचकांक और बीच की अंगुली में सुन्नपन, सनसनी महसूस करना आदि लक्षण कार्पल टनल सिंड्रोम के हो सकते हैं।
अगर आपमें ये लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो सचेत हो जाएं। इससे पहले कि आपको कोई गंभीर समस्या हो आप यहां बताई जा रही फिटनेस टिप्स को आजमाएं।
पीठ दर्द से ऐसे पाएं निजात (Relief Permanent Treatment of Survical Pain)
- एक टेबल स्पून ग्लूकोज या शहद में गर्म पानी मिलाकर खाली पेट सुबह-सुबह लेने से पीठ दर्द में राहत मिलता है।
- रोज दो से तीन लहसुन की कलियां खाने से भी दर्द में फायदा पहुंचता है।
- 60 एमएल सरसों, तिल या नारियल के तेल में लहसुन की 10 कली डालकर गर्म करें। जब तेल ठंडा हो जाए तब इससे पीठ की मसाज करें। दर्द में फायदा मिलेगा।
- पुदीने के तेल से पीठ की मसाज करने से भी दर्द से राहत मिलता है।
- आलू के गूदे को निकालकर उसे क्यूब्स में काट लें। इन क्यूब्स को उबालकर मैश कर लें। ठंडा होने पर मैश किए हुए आलू को पीठ पर लगाकर बैंडेज बांध दें। एक घंटे तक ऐसे ही रहें। दर्द में आराम मिलेगा।
- एक कप पानी में 10 तुलसी के पत्ते उबालें। जब पानी आधा रह जाए तब इस काढ़े को आंच से उतार लें। ठंडा हो जाने पर इस काढ़े में एक चौथाई टेबल स्पून नमक डालें। इसे दिन में एक बार पिएं। पीठ दर्द में आराम मिलेगा।