
पानी पीने से हमारे शरीर में तरल की कमी नहीं होती है। इस वजह से कोलोन और ब्लैडर कैंसर होने का रिस्क 45 से 50 प्रतिशत तक कम हो जाता है।
हमारे शरीर में पानी की कमी होने से हमारा मूड भी प्रभावित होता है। हमारे भीतर चिड़चिड़ापन और अस्पष्टता बनी रहती है।
पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से हमारे कार्टिलेज सॉफ्ट और हाइड्रेटेड बने रहते हैं। इससे जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है।
भरपूर पानी पीने से यूरीन और पसीने के माध्यम से हमारे शरीर से दूषित पदार्थ और बैक्टीरिया बाहर निकल जाते हैं। इससे हम स्वस्थ बने रहते हैं। कम पानी पीने से सिरदर्द हो सकता है।
पानी सिर्फ हमारी प्यास ही नहीं बुझाता बल्कि यह हमारे शरीर में जरूरी पोषक तत्वों के सही तरीके से परिसंचरण यानी सकरुलेशन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। लेकिन जब हमारे शरीर में पानी की कमी हो जाती है तो पोषक तत्व एक जगह से दूसरी जगह सही ढंग से नहीं जा पाते हैं और हम सुस्ती महसूस करते हैं।