एक शातिर ने खुद को बीएसएनएल का जनरल मैनेजर बता कर पंचम अस्पताल के मैनेजिंग डायरेक्ट डॉ. राजिंदर पाल सिंह को आठ लाख रुपये का चूना लगा दिया।
उसने डॉक्टर से कहा कि “””सभी कर्मचारी उनके अस्पताल से हेल्थ इंश्योरेंस करवाएंगे और बदले में सिक्योरिटी के आठ लाख रुपये ले लिए। उसके बाद वह अस्पताल को 17 लाख रुपये का चेक देकर चला गया। जब अस्पताल प्रशासन ने चेक लगाया तो वह बाउंस हो गया।
जब उन्होंने बीएसएनएल में जाकर पता किया तो पता चला कि उक्त व्यक्ति फर्जी था। उन्होंने तुरंत इसकी जानकारी पुलिस को दी। इस मामले में पुलिस ने डॉ. राजिंदर पाल सिंह की शिकायत पर फर्जी जीएम चंद्रशेखर के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू कर दी है।
पंचम अस्पताल के मैनेजिंग डायरेक्टर राजिंदर पाल सिंह की ओर से पुलिस के पास दर्ज कराई गई शिकायत के मुताबिक करीब दो महीने पहले एक व्यक्ति उनके पास आया था। उसने खुद को बीएसएनएल का जरनल मैनेजर बताया। उसने कहा कि उनके विभाग के सभी मुलाजिमों की इंश्योरेंस उनके अस्पताल से होनी है।
परपोजल दिखाकर आरोपी उनसे बतौर आठ लाख रुपये पहले सिक्योरिटी ले गया। उसके बाद अस्पताल प्रशासन से कहा कि वह मुलाजिमों का बिल बना कर उन्हें दे दे। जब अस्पताल प्रशासन ने उसे 17 लाख रुपये का बिल बताया तो फर्जी जीएम आरोपी चंद्रशेखर ने उन्हें 17 लाख रुपये का चेक काट कर दे दिया। अस्पताल प्रशासन ने कुछ समय बाद चेक बैंक में लगाया तो पता चला कि चेक बाउंस हो चुका है।
चेक बाउंस होने के बाद वह बीएसएनएल दफ्तर में जा पहुंचे। वहां जाकर पता चला कि जीएम तो चंद्रशेखर ही है, लेकिन उनके नाम का इस्तेमाल कर फर्जी व्यक्ति ने अस्पताल को आठ लाख रुपये का चूना लगा दिया। उन्होंने तुरंत इसकी जानकारी पुलिस को दी।
पुलिस ने मामले की जांच के बाद आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। थाना सराभा नगर के एसएचओ इंस्पेक्टर अरमिंदर सिंह ने कहा कि फर्जी जीएम के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। अभी वह पुलिस गिरफ्त से बाहर है। जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
उसने डॉक्टर से कहा कि “””सभी कर्मचारी उनके अस्पताल से हेल्थ इंश्योरेंस करवाएंगे और बदले में सिक्योरिटी के आठ लाख रुपये ले लिए। उसके बाद वह अस्पताल को 17 लाख रुपये का चेक देकर चला गया। जब अस्पताल प्रशासन ने चेक लगाया तो वह बाउंस हो गया।
जब उन्होंने बीएसएनएल में जाकर पता किया तो पता चला कि उक्त व्यक्ति फर्जी था। उन्होंने तुरंत इसकी जानकारी पुलिस को दी। इस मामले में पुलिस ने डॉ. राजिंदर पाल सिंह की शिकायत पर फर्जी जीएम चंद्रशेखर के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू कर दी है।
पंचम अस्पताल के मैनेजिंग डायरेक्टर राजिंदर पाल सिंह की ओर से पुलिस के पास दर्ज कराई गई शिकायत के मुताबिक करीब दो महीने पहले एक व्यक्ति उनके पास आया था। उसने खुद को बीएसएनएल का जरनल मैनेजर बताया। उसने कहा कि उनके विभाग के सभी मुलाजिमों की इंश्योरेंस उनके अस्पताल से होनी है।
परपोजल दिखाकर आरोपी उनसे बतौर आठ लाख रुपये पहले सिक्योरिटी ले गया। उसके बाद अस्पताल प्रशासन से कहा कि वह मुलाजिमों का बिल बना कर उन्हें दे दे। जब अस्पताल प्रशासन ने उसे 17 लाख रुपये का बिल बताया तो फर्जी जीएम आरोपी चंद्रशेखर ने उन्हें 17 लाख रुपये का चेक काट कर दे दिया। अस्पताल प्रशासन ने कुछ समय बाद चेक बैंक में लगाया तो पता चला कि चेक बाउंस हो चुका है।
चेक बाउंस होने के बाद वह बीएसएनएल दफ्तर में जा पहुंचे। वहां जाकर पता चला कि जीएम तो चंद्रशेखर ही है, लेकिन उनके नाम का इस्तेमाल कर फर्जी व्यक्ति ने अस्पताल को आठ लाख रुपये का चूना लगा दिया। उन्होंने तुरंत इसकी जानकारी पुलिस को दी।
पुलिस ने मामले की जांच के बाद आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। थाना सराभा नगर के एसएचओ इंस्पेक्टर अरमिंदर सिंह ने कहा कि फर्जी जीएम के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। अभी वह पुलिस गिरफ्त से बाहर है। जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
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