1. ट्रेडिंग सीरियसली करें या नही करें
2. पहले ट्रेनिंग, फिर ट्रेडिंग
3. किसी एक्सपर्ट से ट्रेनिंग लीजिए या
4. खुद स्वाध्याय से ट्रेडिंग सीखिए
5. ट्रेडिंग के नियम खुद तय कीजिए
6. ट्रेडिंग नियमों का ईमानदारी से पालन कीजिए, कर्ज लेकर ट्ऱेडिंग नहीं करें
7. छोटी रकम से ट्ऱेडिंग की शुरुआत करें, ट्रेडिंग में लालच और भय से बचें
8. ओवरट्रेडिंग नहीं करें, स्टॉप लॉस का पालन करना नहीं भूलें
9. ट्रेडिंग के क्षेत्र में अपनी जानकारी
पहला मंत्र (First Step of Trade or Trade market): ट्रेडिंग या तो सीरियसली करें या नहीं करें। खुदरा ट्रेडर्स की एक बड़ी तादाद ऐसी है जो ट्रेडिंग को गंभीरता से नहीं लेती है। गंभीरता का मतलब है कि ट्रेडिंग के लिए जितना समय, अनुशासन और संसाधन चाहिए, उतना अगर आप दे सकते हैं तो ठीक है, वरना ट्रेडिंग से दूर रहिए। ऐसी सूरत में आप लॉन्ग टर्म इनवेस्टमेंट का रुख कर सकते हैं या फिर निवेश के दूसरे तरीके तलाश सकते हैं, जिसमें जोखिम कम और मुनाफा बढ़िया हो।
दूसरा मंत्र (Second Step): भारतीय खुदरा निवेशक बाजार की विडंबना यह है कि अगर कोई व्यक्ति अगर कार नहीं चलाना जानता है तो वह ड्राइविंग सीट पर नहीं बैठता है, लेकिन वही व्यक्ति ट्रेडिंग की ट्रेनिंग लिए बिना शेयर बाजार में कूद पड़ता है। नतीजा वही होता है- एक्सिडेंट। गाढ़ी मेहनत की कमाई और बचत पूंजी स्वाहा हो जाती है। इसलिए ट्रेडिंग करने पहले किसी एक्सपर्ट से ट्रेनिंग लीजिए। या फिर खुद ही स्वाध्याय, मेहनत और सजगता से ट्रेडिंग के गुर सीखिए। अपने लिए ट्रेडिंग स्टाइल डेवलप कीजिए। अपनी ट्रेडिंग स्टाइल की समीक्षा करते रहिए। उसमें सुधार करते रहिए।
तीसरा मंत्र (Third Rules of Stock Market): अपनी ट्रेडिंग के नियम तय कीजिए, और उस पर दृढ़ता से अमल कीजिए। मसलन-अगर आपने तय किया है कि हर ट्रेड में दो फीसदी का स्टॉप लॉस लगाना है तो उसका सख्ती से पालन कीजिए। घाटे के डर से स्टॉप लॉस को मत खिसकाइए। बहुत से ट्रेडर या तो नियम बनाते नहीं या उसका पालन नहीं करते हैं।
पांचवां मंत्र (Fifth Step): ओवर ट्रेडिंग नहीं करें। आपके ट्रेडिंग एकाउंट में जितनी रकम है, उसके 90 फीसदी से ज्यादा को ट्रेडिंग में इस्तेमाल नहीं करें। सौदा चाहे जितना भी आकर्षक दिखे, लेकिन कभी भी कर्ज लेकर ट्रेडिंग नहीं करें।
आठवां मंत्र (Eight Rule of Trading): हर मौके पर संकल्प लें कि आप ट्रेडिंग के संदर्भ में अपनी जानकारी का विस्तार करते रहेंगे। क्योंकि ट्रेडिंग में सूचना ही धन है। सूचना के सभी साधनों का अध्ययन करेंगे।
नौंवां मंत्र : शेयर ट्रेडिंग के लिए यह बेहद महत्वपूर्ण मंत्र है। यह मंत्र कहता है कि ऊपर दिए गए सभी आठ मंत्रों का कड़ाई और अनुशासन से पालन करें। हमें उम्मीद है कि अगर आप इन मंत्रों को सिद्ध कर लेते हैं तो आप एक बेहतर ट्रेडर बन सकते हैं। एक साल इन सिद्धांतों को अमल में लाकर देखिए। अगली दीपावली पर हमें बताइए कि क्या नतीजा निकलता है।
2. पहले ट्रेनिंग, फिर ट्रेडिंग
3. किसी एक्सपर्ट से ट्रेनिंग लीजिए या
4. खुद स्वाध्याय से ट्रेडिंग सीखिए
5. ट्रेडिंग के नियम खुद तय कीजिए
6. ट्रेडिंग नियमों का ईमानदारी से पालन कीजिए, कर्ज लेकर ट्ऱेडिंग नहीं करें
7. छोटी रकम से ट्ऱेडिंग की शुरुआत करें, ट्रेडिंग में लालच और भय से बचें
8. ओवरट्रेडिंग नहीं करें, स्टॉप लॉस का पालन करना नहीं भूलें
9. ट्रेडिंग के क्षेत्र में अपनी जानकारी
पहला मंत्र (First Step of Trade or Trade market): ट्रेडिंग या तो सीरियसली करें या नहीं करें। खुदरा ट्रेडर्स की एक बड़ी तादाद ऐसी है जो ट्रेडिंग को गंभीरता से नहीं लेती है। गंभीरता का मतलब है कि ट्रेडिंग के लिए जितना समय, अनुशासन और संसाधन चाहिए, उतना अगर आप दे सकते हैं तो ठीक है, वरना ट्रेडिंग से दूर रहिए। ऐसी सूरत में आप लॉन्ग टर्म इनवेस्टमेंट का रुख कर सकते हैं या फिर निवेश के दूसरे तरीके तलाश सकते हैं, जिसमें जोखिम कम और मुनाफा बढ़िया हो।
दूसरा मंत्र (Second Step): भारतीय खुदरा निवेशक बाजार की विडंबना यह है कि अगर कोई व्यक्ति अगर कार नहीं चलाना जानता है तो वह ड्राइविंग सीट पर नहीं बैठता है, लेकिन वही व्यक्ति ट्रेडिंग की ट्रेनिंग लिए बिना शेयर बाजार में कूद पड़ता है। नतीजा वही होता है- एक्सिडेंट। गाढ़ी मेहनत की कमाई और बचत पूंजी स्वाहा हो जाती है। इसलिए ट्रेडिंग करने पहले किसी एक्सपर्ट से ट्रेनिंग लीजिए। या फिर खुद ही स्वाध्याय, मेहनत और सजगता से ट्रेडिंग के गुर सीखिए। अपने लिए ट्रेडिंग स्टाइल डेवलप कीजिए। अपनी ट्रेडिंग स्टाइल की समीक्षा करते रहिए। उसमें सुधार करते रहिए।
तीसरा मंत्र (Third Rules of Stock Market): अपनी ट्रेडिंग के नियम तय कीजिए, और उस पर दृढ़ता से अमल कीजिए। मसलन-अगर आपने तय किया है कि हर ट्रेड में दो फीसदी का स्टॉप लॉस लगाना है तो उसका सख्ती से पालन कीजिए। घाटे के डर से स्टॉप लॉस को मत खिसकाइए। बहुत से ट्रेडर या तो नियम बनाते नहीं या उसका पालन नहीं करते हैं।
चौथा मंत्र (Fourth Study of Trade Market): अगर आप ट्रेडिंग की शुरुआत करने जा रहे हैं तो छोटी रकम से ट्रेडिंग का आरंभ करें। भले ही आपके पास 50 लाख रुपए हैं, लेकिन ट्रेडिंग 50 हजार रुपए से शुरू करें। वजह यह है कि ट्रेडिंग शुरू करते समय गलतियां होने की आशंका ज्यादा रहती है। ऐसे में अगर घाटा हुआ भी तो कम पूंजी होने की वजह से ज्यादा नुकसान नहीं होगा। एक निश्चित और छोटी रकम अपने ट्रेडिंग एकाउंट में डालें और संकल्प लें कि इसके बाद इसमें आप और पैसे नहीं डालेंगे। आप खुद ट्रेडिंग के जरिए कमाकर अपनी पूंजी बढ़ाएंगे।
पांचवां मंत्र (Fifth Step): ओवर ट्रेडिंग नहीं करें। आपके ट्रेडिंग एकाउंट में जितनी रकम है, उसके 90 फीसदी से ज्यादा को ट्रेडिंग में इस्तेमाल नहीं करें। सौदा चाहे जितना भी आकर्षक दिखे, लेकिन कभी भी कर्ज लेकर ट्रेडिंग नहीं करें।
छठा मंत्र (Sixth Step during Trading in Stock Market): स्टॉप लॉस का पालन करना नहीं भूलें। अगर आपने बाकी नियमों का पालन सही तरीके से किया है तो स्टॉप लॉस को सहजता से लें। इसे ट्रेडिंग का हिस्सा मान कर चलें।
सातवां मंत्र (Part of Trading Guide Seventh): लालच और भय- इन दोनों भावनाओं को अपनी ट्रेडिंग पर हावी नहीं होने दें। आपके ब्रोकर से लेकर बॉस तक कोई भी शख्स आपको ट्रेडिंग की टिप्स दे सकता है। लोग बड़ी आसानी से किसी ठोस आधार के बिना के कह देते हैं- ये खरीदो, वो बेचो। इस तरह के सुझाव आपके लिए घाटे का सबब बन सकते हैं।
आठवां मंत्र (Eight Rule of Trading): हर मौके पर संकल्प लें कि आप ट्रेडिंग के संदर्भ में अपनी जानकारी का विस्तार करते रहेंगे। क्योंकि ट्रेडिंग में सूचना ही धन है। सूचना के सभी साधनों का अध्ययन करेंगे।
नौंवां मंत्र : शेयर ट्रेडिंग के लिए यह बेहद महत्वपूर्ण मंत्र है। यह मंत्र कहता है कि ऊपर दिए गए सभी आठ मंत्रों का कड़ाई और अनुशासन से पालन करें। हमें उम्मीद है कि अगर आप इन मंत्रों को सिद्ध कर लेते हैं तो आप एक बेहतर ट्रेडर बन सकते हैं। एक साल इन सिद्धांतों को अमल में लाकर देखिए। अगली दीपावली पर हमें बताइए कि क्या नतीजा निकलता है।