शुद्ध सोने की खरीदारी के लिए ऐसे दिखाएं समझदारी: प्रत्येक व्यक्ति चाहे आम या खास सभी लोग सोने को खरीदने को आतुर रहते हैं लेकिन आजकल कई स्टिंग ऑपरेशनो में आये खुलासो के बाद सोने की शुद्धता पर सवाल उठन लाजमी है आज हम बात करेंगे की आप सोन खरीदते समय किन बातो का ध्यान रखें। आम आदमी के साथ दिक्कत यह है कि उन्हें सोने की शुद्धता के बारे में तनिक भी जानकारी नहीं होती है, उन्हें अपने परिचित के ज्वेलर पर निर्भर रहना पड़ता है। अब ज्वेलर तो ठहरे व्यापारी, भला व्यापार में शुद्धता का पैमाना तो दुकानदार के आईने से ही होगा। तो आइए जानते हैं कि जिस सोना को आप खरीदने जा रहे हैं, वह कितना शुद्ध है?
24 कैरेट सोना को सबसे शुद्ध माना जाता है, लेकिन इससे ज्वेलरी नहीं बनती। ज्वेलरी 22 कैरेट, 20 कैरेट या 18 कैरेट सोने से बनती है। इसलिए जब आप ज्वेलरी के लिए सोना खरीदें, तो तय कर लें कि आप कितने कैरेट का सोना खरीद रहे हैं और उसी का पैसा भी दें। होता यह है कि आप खरीदते हैं 22 कैरेट का सोना और पैसा देते हैं 24 करैट सोने का। इसका कारण है कि आप अखबारों में या टीवी पर सोना का रेट देखकर आते हैं, वह 24 कैरेट सोने का होता है, दुकानदार उसी हिसाब से पैसा लेता है। सोना खरीदते वक्त हॉलमार्क जरूर देखें। यह सरकारी गारंटी है जो भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) जारी करती है।
असली सोना 24 कैरेट का ही होता है, लेकिन इसके आभूषण नहीं बनते। आम तौर पर आभूषणों के लिए 22 कैरेट सोने का इस्तेमाल किया जाता है, जिसमें 91.66 फीसदी सोना होता है। हॉलमार्क पर पांच अंक होते हैं। सभी कैरेट का हॉलमार्क अलग होता है। 22 कैरेट पर 916, 21 कैरेट पर 875 और 18 पर 750 लिखा होता है। इससे शुद्धता में शक नहीं रहता।
ऐसे तय कर सकते हैं कीमत (How to Calculate Price Of Gold): एक कैरेट गोल्ड का मतलब होता है 1/24 प्रतिशत गोल्ड, यदि आपके आभूषण 22 कैरेट के हैं तो 22 को 24 से भाग देकर उसे 100 से गुणा करें। (22/24) गुणा 100 = 91.66 यानी आपके आभूषण में इस्तेमाल सोने की शुद्धता 91.66 फीसदी। मसलन 24 कैरेट सोने का रेट सराफा बाजार में 27, 000 प्रति दस ग्राम है व बाजार में इसे खरीदने जाते हैं तो 22 कैरेट सोने का दाम (27000/24)गुणा 22=24750 रुपए होगा। जबकि ज्वेलर आपको 22 कैरेट सोना 27,000 के भाव पर बेच सकता है। यानी आप 22 कैरेट सोना 24 कैरेट सोने के दाम पर खरीद रहे हैं। ऐसे ही 18 कैरेट गोल्ड की कीमत भी तय होगी। (27000/24) गुणा 18=20,250। अधिकतर यही सोना ज्वेलर अपने छूट ऑफर में देते हैं।
शुद्धता के हिसाब से अंक
शुद्धता के हिसाब से अंक
- 24 कैरेट- 99.9, 23 कैरेट- 95.8
- 22 कैरेट- 91.6, 21 कैरेट- 87.5
- 18 कैरेट- 75.0, 17 कैरेट- 70.8
- 14 कैरेट- 58.5, 9 कैरेट- 37.5
शुद्धता जांच के लिए एसिड टेस्ट:कुछ केमिकल और एसिड होते हैं जिनके इस्तेमाल से सोने की गुणवत्ता परखी जा सकती है। सोने के संपर्क में आने के बाद इन पर कोई असर नहीं होता लेकिन अशुद्ध सोने के संपर्क में आने पर एसिड का असर दिखता है। रंग में परिवर्तन दिखता है।
प्योरिटी सर्टिफिकेट लेना न भूलें: गोल्ड खरीदते वक्त आप ऑथेंटिसिटी/प्योरिटी सर्टिफिकेट लेना न भूलें। सर्टिफिकेट में गोल्ड की कैरेट क्वॉलिटी भी जरूर चेक कर लें। साथ ही गोल्ड ज्वेलरी में लगे जेम स्टोन के लिए भी एक अलग सर्टिफिकेट जरूर लें। यही सर्टिफिकेट आपके साथ किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी होने पर बचाएगा।
हॉलमार्किंग में किसी उत्पाद को तय मापदंडों पर प्रमाणित किया जाता है। भारत में बीआईएस वह संस्था है, जो उपभोक्ताओं को उपलब्ध कराए जा रहे गुणवत्ता स्तर की जांच करती है। यदि सोना-चांदी हॉलमार्क है तो इसका मतलब है कि उसकी शुद्धता प्रमाणित है। यह देखना जरूरी है कि हॉलमार्क असली है या नहीं? असली हॉलमार्क पर भारतीय मानक ब्यूरो का तिकोना निशान होता है। उस पर हॉलमार्किंग सेंटर के लोगो के साथ सोने की शुद्धता भी लिखी होती है। उसी में ज्वेलरी निर्माण का वर्ष और उत्पादक का लोगो भी होता है। इसे जरूर देखें।
हॉलमार्किंग में किसी उत्पाद को तय मापदंडों पर प्रमाणित किया जाता है। भारत में बीआईएस वह संस्था है, जो उपभोक्ताओं को उपलब्ध कराए जा रहे गुणवत्ता स्तर की जांच करती है। यदि सोना-चांदी हॉलमार्क है तो इसका मतलब है कि उसकी शुद्धता प्रमाणित है। यह देखना जरूरी है कि हॉलमार्क असली है या नहीं? असली हॉलमार्क पर भारतीय मानक ब्यूरो का तिकोना निशान होता है। उस पर हॉलमार्किंग सेंटर के लोगो के साथ सोने की शुद्धता भी लिखी होती है। उसी में ज्वेलरी निर्माण का वर्ष और उत्पादक का लोगो भी होता है। इसे जरूर देखें।
शुद्धता जांच के लिए एसिड टेस्ट: कुछ केमिकल और एसिड होते हैं जिनके इस्तेमाल से सोने की गुणवत्ता परखी जा सकती है। सोने के संपर्क में आने के बाद इन पर कोई असर नहीं होता लेकिन अशुद्ध सोने के संपर्क में आने पर एसिड का असर दिखता है। रंग में परिवर्तन दिखता है।
प्योरिटी सर्टिफिकेट लेना न भूलें
गोल्ड खरीदते वक्त आप ऑथेंटिसिटी/प्योरिटी सर्टिफिकेट लेना न भूलें। सर्टिफिकेट में गोल्ड की कैरेट क्वॉलिटी भी जरूर चेक कर लें। साथ ही गोल्ड ज्वेलरी में लगे जेम स्टोन के लिए भी एक अलग सर्टिफिकेट जरूर लें। यही सर्टिफिकेट आपके साथ किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी होने पर बचाएगा।