बात चाहे उत्पाद की हो, सेवा की हो या फिर किसी आइडिया की, बेचना एक कला है। इस कला में महारत हासिल करना पहले की तुलना में कहीं ज्यादा चुनौतीपूर्ण हो गया है। वजह है, ग्राहकों की जागरूकता व उनके पास विकल्पों की भरमार होना। अब ‘बायर बी अवेयर’ जैसे वाक्य की जगह ‘सेलर बी अवेयर’ ने ली है। बेचना और कुछ नहीं, असल में आपका 90 प्रतिशत दृढ़ निश्चय और 10 प्रतिशत उसे प्रकट करने का तरीका है।
एक अच्छा सेल्स प्रोफेशनल बनने के लिए सकारात्मक नजरिया विकसित करना बेहद जरूरी है। एक बार दो सेल्समैन जूते बेचने अफ्रीका गए। उन्होंने वहां लोगों को बिना जूते के घूमते देखा। एक ने कहा, ‘यहां तो लोग जूते पहनते ही नहीं। यहां जूते की मार्केट की कोई संभावना नहीं है, इसलिए मैं वापस जा रहा हूं।’ जबकि दूसरे ने कहा, ‘यहां किसी के पास जूते नहीं, इसलिए हमारे बनाए जूते हर किसी के काम आ सकते हैं। इसलिए जूता मार्केट की यहां जबरदस्त संभावना है।’ यहां नजरिए का ही अंतर है। स्पष्ट लक्ष्य के साथ तीव्र इच्छा और मानसिक रूप से सशक्त होना भी आवश्यक है।
एक अच्छा सेल्स प्रोफेशनल बनने के लिए सकारात्मक नजरिया विकसित करना बेहद जरूरी है। एक बार दो सेल्समैन जूते बेचने अफ्रीका गए। उन्होंने वहां लोगों को बिना जूते के घूमते देखा। एक ने कहा, ‘यहां तो लोग जूते पहनते ही नहीं। यहां जूते की मार्केट की कोई संभावना नहीं है, इसलिए मैं वापस जा रहा हूं।’ जबकि दूसरे ने कहा, ‘यहां किसी के पास जूते नहीं, इसलिए हमारे बनाए जूते हर किसी के काम आ सकते हैं। इसलिए जूता मार्केट की यहां जबरदस्त संभावना है।’ यहां नजरिए का ही अंतर है। स्पष्ट लक्ष्य के साथ तीव्र इच्छा और मानसिक रूप से सशक्त होना भी आवश्यक है।
कामयाब सेल्समेन का उसूल कस्टमर फर्स्ट, कमीशन सेकंड होता है। वह अपने प्रदर्शन, प्रोफेशन, कंपनी और उत्पाद पर नाज करते हैं और इसी नाज को अपना विश्वास बनाकर वह कस्टमर से डील करते हैं। वह कस्टमर की जरूरत और समस्या को ध्यान से सुनते हैं और सोच-समझकर उसका हल निकालते हैं। वे सोचते हैं कि ऐसे लोग जो उनके उत्पाद या सेवाओं का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं, वह बहुत महत्वपूर्ण चीज से महरूम हो रहे हैं। गुणी सेल्समेन ज्यादा से ज्यादा नए ग्राहक बनाने और जो बन चुके हैं, उन्हें अपना बनाने की जुगत में लगे रहते हैं। उनकी कोशिश रहती है कि उन पर ग्राहक का विश्वास बना रहे और उन्हें अधिकतम फायदा हो। सेल्स के उपरांत सेवाएं देना भी अच्छे मार्केटिंग प्रोफेशनल्स की निशानी है।
जीवन में, कैरियर में भी स्थिति किसी प्रोफेशनल सेल्समैन की ही तरह है, जहां किसी उत्पाद की तरह खुद को हर मोरचे पर सामने रखना पड़ता है, ताकि आपकी मांग बढ़े और आपकी जरूरत नियोक्ता को, सबको महसूस हो। इसके लिए पर्सनैलिटी, नॉलेज, कॉन्फिडेंस, बिहैवियर, कम्युनिकेशन स्किल, आइडिया जैसे टूल्स से आपको हर वक्त लैस रहना होगा, ताकि आपकी वास्तविक प्रतिभा सबके सामने आ सके। कैरियर के मामले में भी आपको प्रोफेशनल सेल्समैन की तरह काम करना होगा, तभी सफलता मिलेगी। इतना ही नहीं, हमेशा अपने प्रदर्शन पर गौर करने की भी जरूरत है, ताकि खुद को वक्त और जरूरत के अनुसार अपनी फील्ड में एडवांस बनाए रखा जा सके।