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कंप्यूटर पर निजी सूचनाओं की सुरक्षा के लिए पासवर्ड की काफी अहमियत है। इसलिए पासवर्ड सिक्योरिटी के मामले में थोड़ी-सी भी लापरवाही घातक सिद्ध हो सकती है। पासवर्ड एक सीक्रेट वर्ड होता है, जिसका उपयोग कंप्यूटर में यूजर की विश्वसनीयता के लिए किया जाता है। यूजर नेम एवं पासवर्ड द्वारा कंप्यूटर यह सुनिश्चित करता है कि एक्सेस कर रहा यूजर वास्तव में वैलिड यूजर ही है। पासवर्ड को सिक्योर रखने के लिए आजकल कई उच्च तकनीकों का प्रयोग किया जाता है, जिसमें एक है क्रिप्टोग्राफी। इसके द्वारा सिस्टम में स्टोर पासवर्ड को कोड भाषा में परिवर्तित कर दिया जाता है, ताकि नेटवर्क ट्रांसमिशन के समय यह सिक्योर रहे और अनऑथराइज्ड यूजर उसे समझ नहीं सकें।

Tips for creating a strong password
इंटरनेट पर एक ऐसी टेक्नोलॉजी उपलब्ध है, जिसके द्वारा आप एक ही यूजर नेम और पासवर्ड की सहायता से कई विभिन्न वेबसाइट्स पर अपने एकाउंट को मैनेज कर सकते हैं। इस सुविधा को ओपन आईडी टेक्नोलॉजी कहते हैं। ओपन आईडी टेक्नोलॉजी के बारे में पूरी जानकारी के लिए आप www.openid.net पर विजिट कर सकते हैं।

पासवर्ड सिक्योरिटी के लिए इन टिप्स पर ध्यान दें :

हमेशा स्ट्रांग पासवर्ड बनाएं। इसका मतलब होता है एक ऐसा पासवर्ड, जिसका अनुमान आसानी से नहीं लगाया जा सकता। पासवर्ड बहुत छोटा नहीं होना चाहिए और इसमें विभिन्न तरह के कैरेक्टर्स, जैसे न्यूमेरिकल डिजिट्स, स्पेशल कैरेक्टर्स आदि को सम्मिलित करना चाहिए।

आम तौर पर कंप्यूटर यूजर्स पासवर्ड के रूप में अपना नाम, जन्म-तिथि, मोबाइल नंबर आदि का उपयोग करते हैं। ऐसे पासवर्ड बनाना सुरक्षा की दृष्टि से ठीक नहीं है। पासवर्ड के रूप में पर्सनल इन्फॉर्मेशन का उपयोग नहीं करें। अपना पासवर्ड कभी भी किसी व्यक्ति से शेयर नहीं करना चाहिए। इसे कहीं भी लिखकर नहीं रखें, बल्कि इसे याद कर लेना ही अच्छा होता है।
पासवर्ड जेनरेटर सॉफ्टवेयर की सहायता से भी आप पासवर्ड जेनरेट कर सकते हैं। आमतौर पर यह रैंडम पासवर्ड बनाकर आपको देता है, जिसे आसानी से गेस करना संभव नहीं होता है। पर आप सुनिश्चित कर लें कि पासवर्ड जेनरेटर प्रोग्राम सिक्योर और विश्वसनीय है या नहीं।

इंटरनेट के लिए किसी पब्लिक टर्मिनल जैसे साइबर कैफे, ऑफिस आदि में नेट का इस्तेमाल करने के बाद प्रॉपर लॉग आउट जरूर करें। पासवर्ड को कुछ समय के अंतराल पर जरूर बदल लें।
 
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