मान लीजिए कि किसी भी वजह से आपको कुछ आर्थिक हानि हो गई है - घबराइए नहीं, आप खोया हुआ धन वापस पा सकते हैं। संसार में ऐसे अनगिनत उदाहरण हैं। मान लीजिये आपकी सुंदरता चली गयी है या आपका शरीर मोटा और बेडौल हो गया है, तो इसके लिए आज कई ऐसे तरीके हैं कि आप दोबारा से सुंदर बन सकते हैं। (यहां हम साइड इफेक्ट्स की चर्चा नहीं करेंगे) पर क्या आपने कभी ऐसा सुना है कि किसी ने खोया हुआ समय वापस पा लिया हो? चलिए, पूरी तरह नहीं, थोड़ा ही; या फिर कुछ साइड इफेक्ट्स के साथ ही सही?
समय एक ऐसी नियामत है जो दो कारणों से सबसे अलग है - 1. समय हमेशा खर्च होता रहता है, 2. समय की भरपायी नहीं होती। समय को जिसने भी बड़ा बलवान कहा है, काफी सोच-समझ कर कहा है। इसीलिए समय का सम्मान बड़ा आवश्यक है, फिर चाहे वह आपका हो या किसी और का। अब सवाल यह कि समय का सम्मान और सदुपयोग कैसे हो। कुछ उपयोगी सुझाव निम्न हैं :
लिस्ट बनाएं (Make the List of Important work): अपने कामों और अपने अप्वॉइंटमेंट्स की लिस्ट बनाएं। कल क्या-क्या करना है, किस से कब मिलना है आदि बातें लिखें। इससे आपका फोकस बना रहता है।»
प्राथमिकताएं निर्धारित करें : आपकी लिस्ट में कौन से काम अत्यावश्यक हैं, कौन से काम आवश्यक हैं और कौन से काम कम आवश्यक हैं, इसका विश्लेषण करें। चाहें तो अपने कामों को ग्रुप ए (अत्यावश्यक), बी (आवश्यक) और सी (साधारण) में बांट लें। फिर उन्हें संपन्न करने का यही क्रम रखें।
आकलन करें : दिन के अंत में फिर से लिस्ट लेकर बैठें और देखें कि कितना काम संपन्न हुआ और कितना बच गया। कुछ समय तक ऐसा करने के बाद आपको अपने आप ही इस बात का आभास होने लगेगा कि किस प्रकार के काम अत्यावश्यक और कौन से साधारण श्रेणी में आएंगे।
एक बात और, दिनचर्या में टाइम-टेबल का काफी ध्यान रखें। समय एक बहुमूल्य रिसोर्स है, सीमित और कभी वापस न आने वाला। जितना आप अपने और दूसरे के समय का सम्मान करेंगे, समय भी आपका उतना ही सम्मान करेगा।

लिस्ट बनाएं (Make the List of Important work): अपने कामों और अपने अप्वॉइंटमेंट्स की लिस्ट बनाएं। कल क्या-क्या करना है, किस से कब मिलना है आदि बातें लिखें। इससे आपका फोकस बना रहता है।»
प्राथमिकताएं निर्धारित करें : आपकी लिस्ट में कौन से काम अत्यावश्यक हैं, कौन से काम आवश्यक हैं और कौन से काम कम आवश्यक हैं, इसका विश्लेषण करें। चाहें तो अपने कामों को ग्रुप ए (अत्यावश्यक), बी (आवश्यक) और सी (साधारण) में बांट लें। फिर उन्हें संपन्न करने का यही क्रम रखें।
आकलन करें : दिन के अंत में फिर से लिस्ट लेकर बैठें और देखें कि कितना काम संपन्न हुआ और कितना बच गया। कुछ समय तक ऐसा करने के बाद आपको अपने आप ही इस बात का आभास होने लगेगा कि किस प्रकार के काम अत्यावश्यक और कौन से साधारण श्रेणी में आएंगे।
एक बात और, दिनचर्या में टाइम-टेबल का काफी ध्यान रखें। समय एक बहुमूल्य रिसोर्स है, सीमित और कभी वापस न आने वाला। जितना आप अपने और दूसरे के समय का सम्मान करेंगे, समय भी आपका उतना ही सम्मान करेगा।