सर्दियों में बच्चों के स्वास्थ्य और खानपान को लेकर आपकी लापरवाही उसकी
सेहत के लिए नुकसानदेह साबित हो सकती है। अपने बच्चे को सर्दी से बचाना
चाहती हैं, तो इन नुस्खोंत को आजमाएं।
बीमारियां
करती हैं अटैक: कलावती सरन चिल्ड्रेन अस्पताल (दिल्ली) के निदेशक प्रोफेसर
व इमरजेंसी एंड क्रिटिकल केयर स्पेशियलिस्ट डॉ. वीरेंद्र कुमार बताते हैं
कि बच्चों में दो तरह से संक्रमण देखने को मिलते हैं। पहला वायरल संक्रमण
और दूसरा प्रदूषण के कारण एलर्जी। खासकर पांच साल तक के बच्चे संक्रमण की
चपेट में जल्दी आते हैं।सांस संबंधी रोग, जिसमें सांस लेने में तकलीफ,
सर्दी-जुकाम, नाक बहना, खांसी, गले में खराश, सांस की नली में सूजन या
निमोनिया वायरल संक्रमण से होने वाली मुख्य बीमारियां हैं। बच्चों की
इम्यून पावर कमजोर होती है, जिसकी वजह से ये बीमारियां उन पर जल्दी हावी
होती हैं। एलर्जी की स्थिति में अस्थमा पीड़ित बच्चों में अस्थमैटिक अटैक
पड़ सकता है। ऐसे मौसम से बचने का एक ही उपाय है सर्दी से बचाव। बच्चों को
ठंड न लगने दें। उन्हें फुल स्लीव्स के कपड़े पहनाएं। अभिभावक खुद की और
बच्चों की साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। खाने से पहले हाथ अच्छी तरह से
धोएं। प्रदूषण से बच्चों को बचाएं। धूल, धुंए आदि से बच्चों को दूर रखें।
अस्थमा के रोगी डॉक्टर से संपर्क करें और उचित सलाह पर सही दवाएं समय पर
लें। छोटी दिक्कत होने पर बच्चे को गुनगुना तरल पदार्थ जैसे सूप, काढ़ा आदि
से सकती हैं। इसके अलावा शहद और अदरक भी दे सकती हैं।
बच्चे को क्या खिलाएं : न्यूट्रीशन वर्क्स. (नोएडा) की डायटीशियन वेनी सिंह बताती हैं कि विटामिन-सी (खट्टे फल, जिसमें नींबू, आंवला आदि), विटामिन-ई (पत्तेदार सब्जियां, पपीता, सूखे मेवे, ओट्स, अलसी), जिंक (मीट, पनीर, चिकन आदि) से युक्त खाद्य पदार्थ बच्चों को खाने को दें। इससे बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है। भोजन में प्रोबायोटिक खाद्य पदार्थ शामिल करें, जिसमें दही और शहद मुख्य है। इनके सेवन से पेट की बीमारी भी नहीं होती। बच्चों के लिए विटामिन-डी भी बहुत जरूरी है। यह धूप, साल्मन और ट्यूना मछली में मिलता है।
बच्चों को संतुलित और सेहतमंद खाना दें। जंक फूड और फास्ट फूड न दें। घर का खाना खिलाएं। सामान्य खाना, जिसमें दाल, रोटी, पनीर, अंडा, चावल, दूध, बेसन या दाल का चीला शामिल हों। रोजाना कम-से-कम एक फल दें, लेकिन ठंडी चीजों से परहेज करें।
सर्दी हो या गर्मी। बच्चों को चाहिए हर मौसम में पोषक तत्वों से भरपूर संपूर्ण आहार, ताकि वे तन-मन से स्वस्थं रहें। फिलहाल सर्दी शुरू हो चुकी है और आप चाहती हैं कि आपका बच्चा बीमार न पड़े, तो डॉक्टर की सलाह जरूर सुने।

बच्चे को क्या खिलाएं : न्यूट्रीशन वर्क्स. (नोएडा) की डायटीशियन वेनी सिंह बताती हैं कि विटामिन-सी (खट्टे फल, जिसमें नींबू, आंवला आदि), विटामिन-ई (पत्तेदार सब्जियां, पपीता, सूखे मेवे, ओट्स, अलसी), जिंक (मीट, पनीर, चिकन आदि) से युक्त खाद्य पदार्थ बच्चों को खाने को दें। इससे बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है। भोजन में प्रोबायोटिक खाद्य पदार्थ शामिल करें, जिसमें दही और शहद मुख्य है। इनके सेवन से पेट की बीमारी भी नहीं होती। बच्चों के लिए विटामिन-डी भी बहुत जरूरी है। यह धूप, साल्मन और ट्यूना मछली में मिलता है।
बच्चों को संतुलित और सेहतमंद खाना दें। जंक फूड और फास्ट फूड न दें। घर का खाना खिलाएं। सामान्य खाना, जिसमें दाल, रोटी, पनीर, अंडा, चावल, दूध, बेसन या दाल का चीला शामिल हों। रोजाना कम-से-कम एक फल दें, लेकिन ठंडी चीजों से परहेज करें।
सर्दी हो या गर्मी। बच्चों को चाहिए हर मौसम में पोषक तत्वों से भरपूर संपूर्ण आहार, ताकि वे तन-मन से स्वस्थं रहें। फिलहाल सर्दी शुरू हो चुकी है और आप चाहती हैं कि आपका बच्चा बीमार न पड़े, तो डॉक्टर की सलाह जरूर सुने।