बढ़ती उपयोगिता के कारण ई-मेल आज सबकी जरूरत है...
एक
जमाना था, जब पत्रों के माध्यम से दूर बैठे लोगों को संदेश दिया जाता था,
लेकिन कंप्यूटर और इंटरनेट के इस जमाने में ऐसे काम के लिए ई-मेल का
इस्तेमाल बड़ी संख्या में किया जाने लगा है। ई-मेल, जो इलेक्ट्रॉनिक मेल का
संक्षिप्त रूप है, डिजिटल मैसेज भेजने की एक सुविधा है, जिसके लिए इंटरनेट
का इस्तेमाल किया जाता है। ई-मेल वर्तमान माहौल में किसी वरदान से कम नहीं
है, जिसका इस्तेमाल बिजनेस, एजुकेशन के अलावा पर्सनल कम्युनिकेशन के लिए
भी खूब किया जाने लगा है। यदि आप स्टूडेंट हैं, तो भी आपके पास अपनी ई-मेल
आईडी होनी चाहिए।
ई-मेल का इतिहास
कम्युनिकेशन
के लिए ई-मेल का प्रयोग इंटरनेट की सबसे बड़ी सुविधा है। ई-मेल का संबंध
अर्पानेट (ARPANET) कंप्यूटर नेटवर्क से है। सर्वप्रथम 1971 में इसी माध्यम
से ई-मेल भेजा गया था। वक्त के साथ इसमें तकनीकी बदलाव आते गए। आज स्थित
यह है कि कुछ ही पल में हमारा मैसेज हजारों किलोमीटर की दूरी तय कर गंतव्य
स्थान तक पहुंच जाता है।
सुविधाएं कैसी-कैसी
ई-मेल
के माध्यम से आप अपना कोई भी संदेश दूसरों को भेज सकते हैं। अंग्रेजी के
अलावा विभिन्न भाषाओं में भी यह सुविधा उपलब्ध है। टेक्स्ट मैसेजिंग के
अलावा ई-मेल की मदद से फोटोग्राफ, वीडियो और ऑडियो फाइलें भी भेजी जा सकती
हैं। इतना ही नहीं, ई-मेल अकाउंट बन जाने के बाद आप एसएमएस, चैटिंग, गेमिंग
आदि तमाम फीचर्स का लुत्फ उठा सकते हैं। इस पर आपको अनलिमिटेड स्टोरेज
स्पेस भी मिलता है।
मैसेज भेजना निःशुल्क
अधिकांश
सर्विस प्रोवाइडरों द्वारा यह सुविधा मुफ्त में दी जाती है। रीडिफमेल,
जीमेल, हॉटमेल, याहू आदि कुछ मुख्य ई-मेल सर्विस प्रोवाइडर हैं। आपके पास
इंटरनेट कनेक्शन अवश्य होना चाहिए। तभी आप इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं।
कैसे बनाएं ई-मेल आईडी
जिस
भी सर्विस प्रोवाइडर का आप इस्तेमाल करना चाहते हैं, उस पर जाकर बताए गए
तरीके से आप अपना अकाउंट खोल सकते हैं। इस दौरान आपको अपने बारे में कुछ
सूचनाएं देनी होती हैं, जैसे नाम, यूजर नेम, पासवर्ड, जन्मतिथि आदि। ई-मेल
आईडी बनाने में आप जो भी पासवर्ड बनाते हैं, उसे दूसरों को न बताएं। तभी
ई-मेल को सुरक्षित रखा जा सकता है।
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