वर्तमान
सामाजिक-आर्थिक-तकनीकी माहौल में कानून का क्षेत्र कैरियर विकल्प के रूप
में पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण हो गया है। विभिन्न क्षेत्रों में बढ़ती
कानूनी जरूरतों के कारण लॉ प्रोफेशनल्स की मांग में भी इजाफा हुआ है। 2008
में कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट (CLAT) की शुरुआत हुई, जिसके माध्यम से
विद्यार्थियों को विभिन्न लॉ इंस्टीट्यूट में एडमिशन लेना काफी सुविधाजनक
हो गया। क्लैट का सबसे बड़ा फायदा 5 साल का एलएलबी डिग्री पाठ्यक्रम है,
जिसमें सीधे ही छात्रों का एक वर्ष बचता है।
सबके लिए मौके
निजी
क्षेत्र, नेशनल लॉ कॉलेज और विश्वविद्यालयों में कानून स्नातकों की बढ़ती
मांग के मद्देनजर क्लैट विद्यार्थियों के दाखिले, नए पाठ्यक्रम और तकनीक के
साथ उन्हें कानूनी परिदृश्य की नवीनतम बारीकियों से लैस करने का
महत्वपूर्ण प्रयास है। क्लैट के माध्यम से विद्यार्थियों को जिन संस्थानों
में एडमिशन मिलता है, वहां उनको न सिर्फ कानून की तमाम पेचीदगियों से अवगत
कराया जाता है, बल्कि समय और परिस्थितियों की मांग के अनुसार विभिन्न
मुद्दों की कानूनी व्याख्या करने में निपुण भी बनाया जाता है। किसी भी
संकाय के विद्यार्थी लॉ में कैरियर बना सकते हैं और क्लैट के लिए आवेदन कर
सकते हैं। न्यायिक सेवाओं में कानून स्नातकों के लिए अब बड़ी संख्या में
मौके उपलब्ध होने लगे हैं। खास तौर पर लड़कियों के लिए भी लॉ एक आकर्षक
कैरियर विकल्प बन गया है।
योग्यता
क्लैट
में आवेदन के लिए आवेदकों को कम-से-कम 50 प्रतिशत अंकों के साथ 12वीं
उत्तीर्ण होना चाहिए। अंडर ग्रेजुएट प्रोग्राम के लिए अभ्यर्थियों की आयु
20 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए।
क्लैट की विषय-वस्तु
क्लैट
एग्जाम में 200 अंकों के कुल 200 प्रश्न पूछे जाते हैं, जिन्हें 2 घंटे
में हल करना होता है। क्लैट में नेगेटिव मार्किंग का कोई प्रावधान नहीं है।
इस परीक्षा के निम्न प्रमुख घटक होते हैं : कानूनी जागरूकता/कानूनी तर्क,
अंग्रेजी भाषा की परीक्षा, सामान्य ज्ञान, गणितीय व तार्किक योग्यता।
कानूनी
जागरूकता : यह खंड छात्र की बुनियादी कानूनी कुशाग्रता का परीक्षण करता
है। इसके तहत कानूनी शर्तें व नागरिक कानून, आपराधिक कानून, संवैधानिक
कानून आदि शामिल होते हैं।
अंग्रेजी :
अंग्रेजी भाषा की परीक्षा के लिए विद्यार्थियों को अंग्रेजी व्याकरण और
संरचना के मूल सिद्धांतों का स्पष्ट ज्ञान होना चाहिए। शब्दावलियों का
ज्ञान भी जरूरी है।
गणितीय और तार्किक
क्षमता : इस खंड में सफलता के लिए उम्मीदवार को मैट्रिक स्तर की बेहतर
तैयारी होनी चाहिए। रीजनिंग की किसी अच्छी पुस्तक की मदद लें।
जनरल नॉलेज : सामान्य ज्ञान खंड की तैयारी के लिए संबंधित पुस्तक के अलावा कोई मासिक पत्रिका पढ़ना फायदेमंद होगा।
(लेखक टाटा मैकग्रा हिल की क्लैट से संबंधित किताबों के लेखक हैं।)
लॉ में कैरियर बनाने की इच्छा हो, तो कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट (क्लैट) के माध्यम से आपको मौके मिल सकते हैं...
तैयारी से संबंधित टिप्स
9वीं, 10वीं एवं 12वीं की सीबीएसई व आईसीआईसी की सामाजिक विज्ञान की पुस्तकें पढ़ें।
सबसे महत्वपूर्ण समय प्रबंधन है। इसका ध्यान रखें।
अंग्रेजी की बुनियादी बातों का ज्ञान जरूरी है।
पर्याप्त शब्दावली याद रखें।
सामान्य ज्ञान में संक्षिप्त नोट तैयार करें।
मौजूदा मसलों के जानकारी के लिए कोई मासिक पत्रिका पढ़ें।
कानूनी जागरूकता की मूल बातें समझने का प्रयास करें।
किसी मुद्दे को कानूनी दृष्टि से परखने की कोशिश करें।
पिछले वर्षों के प्रश्न-पत्रों का समाधान करें।
मॉक टेस्ट से भी तैयारी में मदद मिलती है।
अमर उजाला सफलता अथवा अन्य प्रतियोगी पत्रिकाओं से तैयारी में मदद लें।
एक नजर...
वेबसाइट : www.clat.ac.in
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