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आधुनिक जमाने में फैशन सिर्फ ड्रेसेज तक ही सीमित नहीं रह गया है। अब इसमें एक्सेसरीज भी शामिल हैं। आज एक्सेसरीज के बगैर कोई भी स्टाइलिश दिखने के बारे में सोच ही नहीं सकता। आज रिटेल सेक्शन की शॉपिंग के तहत सबसे ज्यादा स्पेस में एक्सेसरीज को ही डिस्प्ले किया जाता है। इसी से इसके महत्व का अनुमान लगाया जा सकता है।
क्रिएटिविटी का कमाल
इस फील्ड में भविष्य देखने वाले विद्यार्थियों में हमेशा कुछ नया करते रहने की चाह होनी चाहिए। डिजाइन एप्टीट्यूड के अतिरिक्त उनमें कंप्यूटर एंड मैटेरियल्स नॉलेज भी होनी चाहिए। डिजाइनिंग की जितनी बेहतर बारीकियां आप जानेंगे, इस फील्ड में आपके लिए उतने ही अच्छे मौके मिलेंगे।
विषय का स्वरूप
इसके अंतर्गत बाथरूम एंड किचनवेयर, लाइटिंग एंड लाइटिंग फिक्सचर, सन ग्लासेज, हेयर प्रोडक्ट्स, हैंडबैग, बेल्ट, क्लिप, घडियां, गिफ्ट आइटम, टेबलवेयर, वॉल हैंगिंग तथा फैशन व लाइफस्टाइल से जुड़ी सभी चीजें आती हैं।
कोर्स व शैक्षणिक योग्यता
इस क्षेत्र में डिप्लोमा और सर्टिफिकेट स्तर के विभिन्न कोर्स उपलब्ध हैं। अधिकांश अच्छे संस्थानों में 12वीं के बाद संबंधित पाठ्यक्रमों में दाखिला लिया जा सकता है। किसी भी संकाय के विद्यार्थी इसमें दाखिला ले सकते हैं।
मौके अनेक
ट्रेंड प्रोफेशनल्स को विभिन्न एक्सेसरीज निर्माता कंपनियों में काम मिल सकता है। जॉब के अलावा आप फ्रीलांसर के रूप में काम कर सकते हैं। अनुभव होने के बाद आप अपना लघु उद्योग शुरू कर सकते हैं या शोरूम भी खोल सकते हैं।
  • नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन डिजाइनिंग, दिल्ली
  • पर्ल एकेडमी ऑफ फैशन, दिल्ली
  • इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ क्राफ्ट एंड डिजाइन, जयपुर
  • नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, गांधीनगर
  • एफडीडीआईए, नोएडा
 
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