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यदि आपकी दिलचस्पी परफॉर्मिंग आर्ट्स (शारीरिक या मौखिक) की किसी विधा में हो, तो आप इससे संबंधित उचित ट्रेनिंग लेकर इस क्षेत्र में खुद को स्थापित कर सकते हैं...
परफॉर्मिंग आर्ट्स का महत्व सिर्फ मनोरंजन तक ही सीमित नहीं है, बल्कि कैरियर निर्माण के दृष्टिकोण से भी इसके महत्व में कई गुना बढ़ोतरी हुई है। गायन, नृत्य या अभिनय के अलावा एंकरिंग, मॉडलिंग आदि नए जमाने में और भी कई विकल्प हैं, जिनके माध्यम से परफॉर्मिंग आर्ट्स के तहत कैरियर की रूपरेखा निर्धारित की जा सकती है।
रेडियो जॉकी (Radio Jockey RJ)
रेडियो जॉकी को शॉर्ट में आरजे भी कहा जाता है, जिसके पास किसी रेडियो प्रोग्राम के संचालन की मुख्य जिम्मेदारी होती है। किसी प्रोग्राम की प्रकृति के अनुसार ही रेडियो जॉकी को अपनी बात कहनी पड़ती है। बोलने की कला के अलावा आपको करंट अफेयर्स पर भी नजर रखनी होगी, क्योंकि अक्सर प्रोग्राम के दौरान ऐसी घटनाओं की चर्चा होती है। विभिन्न संस्थानों में इससे संबंधित कोर्स उपलब्ध हैं।

  • एकेडमी ऑफ ब्रॉडकास्टिंग, चंडीगढ़
  • www.aofb.in
  • जेवियर इंस्टीट्यूट ऑफ कम्युनिकेशन, मुंबई
  • www.xaviercomm.org
म्यूजिक (गायन/वाद्य) (Music/ Musical Instruments)
बेहतर ट्रेनिंग और संगीत के प्रति समर्पित होकर ही इस क्षेत्र में मंजिल पर पहुंचा जा सकता है। इस क्षेत्र में न सिर्फ गायन, बल्कि वादन में भी अपार संभावनाएं मौजूद हैं। विभिन्न संस्थानों तथा विश्वविद्यालय में म्यूजिक से संबंधित पाठ्यक्रम हैं, जिसके तहत सर्टिफिकेट, डिप्लोमा, ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्रेजुएशन, एमफिल और पीएचडी स्तर के कोर्सेज में दाखिला लिया जा सकता है। लाइव शो से लेकर फिल्मों, एलबमों और विज्ञापनों में म्यूजिक प्रोफेशनल्स के लिए तमाम मौके हैं। टीचिंग के रूप में आप इस क्षेत्र में रेगुलर जॉब प्राप्त कर सकते हैं।

  • दिल्ली यूनिवर्सिटी, दिल्ली
  • www.du.ac.in
  • रबींद्र भारती यूनिवर्सिटी, कोलकाता
  • www.rbu.ac.in
  • डिस्क जॉकी (डीजे)
  • म्यूजिक की धुन पर लोगों को थिरकने के लिए मजबूर कर देना ही डिस्क जॉकी यानी डीजे का काम है। डिस्कोथेक, इवेंट्स, पार्टी आदि में दर्शकों और श्रोताओं के मनोरंजन के लिए डीजे की जरूतर होती है। साउंड इंजीनियरिंग की डिग्री डिस्क जॉकी के लिए फायदेमंद है।
  • स्पिन गुरु डीजे ऐंड रीमिक्सिंग एकेडमी, नई दिल्ली
  • www.spingurus.com
  • डीजे ट्रेनिंग एकेडमी, अहमदाबाद
  • www.djdevmani.com
मॉडलिंग (Modeling)
विज्ञापनों की दुनिया में प्रिंट मीडिया से लेकर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया तक अवसर कई रूपों में मिलते हैं। इसके अलावा कैटलॉग, पैकेजिंग आदि के लिए भी मॉडलों की जरूरत बनी रहती है। रैंप मॉडलिंग भी एक विकल्प है। फैशन शो के लिए ऐसे मॉडलों की आवश्यकता बनी रहती है। इस क्षेत्र में सफलता के लिए आपके लुक के अलावा आपकी पर्सनैलिटी का n14
एंकरिंग (Anchoring)
कैमरे या श्रोताओं के सामने बोलने में यदि आपको कोई हिचक नहीं होती है, तो एंकरिंग की दुनिया में आपका स्वागत है। व्यक्तित्व आकर्षक हो, हिंदी और अंग्रेजी भाषा पर पकड़ हो, तो इस क्षेत्र में सफलता की मंजिल पर पहुंचा जा सकता है। चैनल के प्रकृति के अनुरूप आपका सामान्य ज्ञान भी दुरुस्त होना चाहिए।
भारतीय विद्या भवन, नई दिल्ली
www.bvbdelhi.org
जीसस ऐंड मेरी कॉलेज, नई दिल्ली
www.jmcdelhi.com
एक्टिंग
किसी भी रोल को खुद में ढाल लेने की क्षमता यदि आपमें हो, तो आप इस ओर कदम बढ़ा सकते हैं। साथ ही लंबे समय तक संघर्ष करने का हौसला भी आपमें होनी चाहिए। एक्टिंग की ट्रेनिंग से फायदा होता है। अपनी फिटनेस और कम्युनिकेशन स्किल पर खास ध्यान दें। विभिन्न संस्थानों में इससे संबंधित कोर्स उपलब्ध हैं।
  • नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा, नई दिल्ली
  • www.nsd.gov.in
  • फिल्म ऐंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, पुणे
  • www.ftiindia.com
  • डांस/कोरियोग्राफी
विभिन्न संस्थानों में बीएफए (डांस), एमएफए (डांस), पीएचडी इन डांस आदि पाठ्यक्रमों में भी दाखिला लिया जा सकता है। 12वीं के बाद ग्रेजुएशन में एडमिशन लेकर शुरुआत की जा सकती है। यह एक ऐसा क्षेत्र है, जहां एक ओर क्लासिकल डांस के रूप में मौके मिलते हैं, वहीं फिल्मों, चैनलों और विज्ञापनों में कोरियोग्राफर अथवा डांस डायरेक्टर के रूप में अपने कैरियर की राह बनाई जा सकती है।
  • संगीत अकादमी, दिल्ली
  • www.sangeetnatak.gov.in
  • दिल्ली डांस एकेडमी, गुड़गांव
  • www.delhidanceacademy.in
कम्युनिकेशन स्किल के अलावा फिटनेस पर भी ध्यान देना जरूरी है।
  • एलीट स्कूल ऑफ मॉडलिंग, नई दिल्ली
  • www.elitemodelsindia.com
  • दि मेहर भसीन अकादमी, नई दिल्ली
  • www.meharbhasin.com
एंकरिंग (Anchoring)
कैमरे या श्रोताओं के सामने बोलने में यदि आपको कोई हिचक नहीं होती है, तो एंकरिंग की दुनिया में आपका स्वागत है। व्यक्तित्व आकर्षक हो, हिंदी और अंग्रेजी भाषा पर पकड़ हो, तो इस क्षेत्र में सफलता की मंजिल पर पहुंचा जा सकता है। चैनल के प्रकृति के अनुरूप आपका सामान्य ज्ञान भी दुरुस्त होना चाहिए।
भारतीय विद्या भवन, नई दिल्ली
www.bvbdelhi.org
जीसस ऐंड मेरी कॉलेज, नई दिल्ली
www.jmcdelhi.com
एक्टिंग (Acting)
किसी भी रोल को खुद में ढाल लेने की क्षमता यदि आपमें हो, तो आप इस ओर कदम बढ़ा सकते हैं। साथ ही लंबे समय तक संघर्ष करने का हौसला भी आपमें होनी चाहिए। एक्टिंग की ट्रेनिंग से फायदा होता है। अपनी फिटनेस और कम्युनिकेशन स्किल पर खास ध्यान दें। विभिन्न संस्थानों में इससे संबंधित कोर्स उपलब्ध हैं।
  • नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा, नई दिल्ली
  • www.nsd.gov.in
  • फिल्म ऐंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, पुणे
  • www.ftiindia.com
डांस/कोरियोग्राफी
विभिन्न संस्थानों में बीएफए (डांस), एमएफए (डांस), पीएचडी इन डांस आदि पाठ्यक्रमों में भी दाखिला लिया जा सकता है। 12वीं के बाद ग्रेजुएशन में एडमिशन लेकर शुरुआत की जा सकती है। यह एक ऐसा क्षेत्र है, जहां एक ओर क्लासिकल डांस के रूप में मौके मिलते हैं, वहीं फिल्मों, चैनलों और विज्ञापनों में कोरियोग्राफर अथवा डांस डायरेक्टर के रूप में अपने कैरियर की राह बनाई जा सकती है।
  • संगीत अकादमी, दिल्ली
  • www.sangeetnatak.gov.in
  • दिल्ली डांस एकेडमी, गुड़गांव
  • www.delhidanceacademy.in
अवसरों पर रखें नजर
परफॉर्मिंग आर्ट्स के तहत विधा चाहे जो भी हो, सफलता के लिए उसकी बारीकियों से अवगत होना अनिवार्य है। साथ ही अपने लक्ष्य के अनुसार अवसर तलाशने के लिए भी सजग होना पड़ेगा। संबंधित विशेषज्ञों के संपर्क में रहना बेहद जरूरी है। अपनी फील्ड से संबंधित रोल मॉडल के बारे में जानने से फायदा होगा।
 
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