अंग्रेजी के बढ़ते चलन और कंप्यूटर युक्त माहौल के बावजूद हिंदी भाषा के माध्यम से शानदार कॅरियर की नींव रखी जा सकती है...
राष्ट्रभाषा, जगाए रोजगार की आशा
बदलते
सामाजिक, आर्थिक और तकनीकी माहौल में भी हिंदी का महत्व कम नहीं हुआ है, न
तो आम आदमी की भाषा के रूप में और न ही कैरियर के दृष्टिकोण से।
अंतरराष्ट्रीय भाषा होने के कारण अंग्रेजी की जरूरत से इंकार नहीं किया जा
सकता, पर यह भी सच है कि ऐसे माहौल में भी हिंदी के माध्यम से मिलने वाले
अवसरों में बढ़ोतरी ही हुई है।
पाठ्यक्रम कैसे-कैसे
देश
के विभिन्न संस्थानों में हिंदी से संबंधित ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्रेजुएशन,
एमफिल और पीएचडी स्तर के कई पाठ्यक्रम हैं। इनके अलावा हिंदी से संबंधित
विभिन्न डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स में भी दाखिला लिया जा सकता है। ऐसे
कोर्स हिंदी कहानी लेखन, हिंदी अनुवाद, हिंदी जर्नलिज्म आदि से संबंधित
होते है। इन पाठ्यक्रमों को प्रोफेशनल श्रेणी में रखा जाता है, जिन्हें
हिंदी भाषा के आधार पर बनने वाले कॅरियर के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण कहा जा
सकता है। यदि आप विदेशी शिक्षा चाहते हैं, तो हिंदी के माध्यम से भी आपको
यह मौका मिल सकता है। विभिन्न विदेशी विश्वविद्यालयों में भी इससे संबंधित
कोर्स उपलब्ध हैं।
एक से अधिक भाषा
जिन
अभ्यर्थियों की पकड़ हिंदी के साथ-साथ अंग्रेजी पर भी होती है, उनके लिए न
सिर्फ अवसरों में, बल्कि आमदनी में भी इजाफा हो जाता है। अंग्रेजी के
अलावा भी यदि किसी अन्य भाषा की गहरी जानकारी हो, तो यह कॅरियर में
अतिरिक्त लाभ दे सकती है। हिंदी भाषा के आधार पर मिलने वाले जॉब की प्रकृति
के अनुसार ही वेतनमान का निर्धारण किया जाता है।
अवसर अनेक
केंद्र
व राज्य सरकार के विभिन्न विभागों में हिंदी ऑफिसर, हिंदी ट्रांसलेटर,
स्टेनोग्राफर, लिपिक आदि के रूप में नियुक्तियों से संबंधित अधिसूचना
समय-समय पर जारी होती रहती है। सरकारी नौकरियों के अलावा अध्यापन और
पत्रकारिता के क्षेत्र में मांग बनी रहती है। संबंधित शैक्षणिक योग्यता
प्राप्त करके आप स्कूल-कॉलेज में टीचिंग के कार्य से जुड़ सकते हैं। मीडिया
सेक्टर में तो हिंदी के जानकारों के लिए अवसर ही अवसर हैं। अब तो ऑनलाइन
जर्नलिज्म में भी जानकारों को मौके मिलने लगे हैं। वर्तमान वैश्विक माहौल
में ट्रांसलेटर और द्विभाषिये की अहमियत काफी बढ़ गई है। हिंदी स्क्रिप्ट
राइटिंग के विशेषज्ञ फिल्मों, विज्ञापनों और धारावाहिकों में अवसर पा सकते
हैं। अब तो कॉल सेंटर और आईटी सेक्टर में भी हिंदी के आधार पर नौकरी मिलने
लगी है।
मुख्य संस्थान
- दिल्ली विश्वविद्यालय, नई दिल्ली
- कोर्स : बैचलर और मास्टर डिग्री, अनुवाद में डिप्लोमा, रेडियो जॉकी व स्क्रिप्ट राइटिंग में शॉर्ट टर्म कोर्स आदि :
- www.du.ac.in
- केंद्रीय हिंदी संस्थान, आगरा
- कोर्स : हिंदी शिक्षण (एमएड स्तरीय), हिंदी शिक्षण (बीएड स्तरीय) आदि
- www.hindisansthan.org
- इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी (इग्नू), नई दिल्ली
- कोर्स : एमए इन हिंदी, सर्टिफिकेट कोर्स इन क्रिएटिव राइटिग, मीडिया कोर्स आदि
- www.ignou.ac.in
- बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू), वाराणसी
- कोर्स : बीए/एमए/पीएचडी, पीजी डिप्लोमा कोर्स, डिप्लोमा कोर्स, सर्टिफिकेट कोर्स आदि :
- www.bhu.ac.in
- भारतीय जनसंचार संस्थान, नई दिल्ली
- कोर्स : पीजी डिप्लोमा इन हिंदी जर्नलिज्म आदि :
- www.iimc.nic.in
- जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली
- कोर्स : हिंदी में बीए, एमए, एमएड, पीएचडी, डिप्लोमा इन मास मीडिया एंड क्रिएटिव राइटिंग आदि :
- www.jmi.nic.in