शिक्षकों
के लिए योग्यता निर्धारित करने वाली सीबीएसई की केंद्रीय शिक्षक पात्रता
परीक्षा (सीटीईटी) के लिए आपने आवेदन कर दिया है, तो अब इसकी तैयारी में भी
जुट जाएं। गौरतलब है कि परीक्षा की तिथि 20 सितंबर, 2015 है। लाखों
प्रतियोगियों के बीच आपको सफलता चाहिए, तो उचित पाठ्य-सामग्री के साथ
तैयारी शुरू कर दें।
प्रश्न-पत्रों का प्रारूप
बहुविकल्पीय
प्रश्नों पर आधारित इस परीक्षा में एक-एक अंक के कुल 150 सवाल पूछे
जाएंगे। प्रश्न हिंदी के अलावा अंग्रेजी में भी होंगे। इनके जवाब देने के
लिए 150 मिनट (ढाई घंटे) का समय मिलेगा। परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग का
नियम नहीं है। कक्षा 1 से 5 के लिए होने वाले पेपर-प्रथम (प्राथमिक स्तर)
में पांच भाग होंगे। हर भाग में 30-30 प्रश्न पूछे जाएंगे। इन भागों के नाम
हैं- बाल विकास एवं शिक्षा शास्त्र, भाषा प्रथम, भाषा द्वितीय, गणित और
पर्यावरण अध्ययन। उच्च कक्षाओं से संबंधित पेपर-द्वितीय (उच्च प्राथमिक)
में बाल विकास एवं शिक्षा शास्त्र, भाषा प्रथम एवं भाषा द्वितीय में
प्रत्येक से 30 सवाल पूछे जाएंगे। इन भागों के प्रश्नों का जवाब देना सभी
के लिए जरूरी है। इसके साथ 60 प्रश्नों का एक और भाग होगा। इसे शिक्षण
जरूरतों के अनुरूप बनाया गया है। जो उम्मीदवार गणित और विज्ञान का शिक्षक
बनना चाहते हैं, उन्हें इस भाग में गणित व विज्ञान के सवालों को हल करना
होगा। इसी तरह सामाजिक अध्ययन/सामाजिक विज्ञान का शिक्षक बनने वालों को इस
भाग में सामाजिक विज्ञान के सवालों को हल करना होगा। किसी अन्य विषय के
शिक्षण कार्य में रुचि रखने वालों को इन्हीं दो भागों में से किसी एक को हल
करना होगा।
सीटेट स्कोर कार्ड
टेस्ट
में पास होने वाले उम्मीदवारों को सीबीएसई की ओर से स्कोर कार्ड के साथ
सीटेट पास करने का सर्टिफिकेट जारी किया जाता है। इसकी मान्यता परीक्षा
परिणाम के जारी होने की तारीख से सात साल तक होती है।
तैयारी की योजना
- बाल विकास तथा अभिज्ञान के लिए अभिवृद्धि एवं विकास की अवस्थाएं, वैयक्तिक विभिन्नताएं, मानसिक स्वास्थ्य और अभिरुचि, पियाजे, कोहलवर्ग तथा व्योट्स्की के सिद्धांत, लिंग, समावेशी शिक्षा आदि टॉपिक अच्छी तरह से तैयार करें। इसके अलावा शिक्षा से संबंधित अनुच्छेद, जवाहर नवोदय विद्यालय, केंद्रीय विद्यालयों की स्थापना तथा उद्देश्य, राष्ट्रीय शिक्षा नीति, राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा आदि से संबंधित अध्ययन अवश्य करें।
- हिंदी में क्रमशः एक गद्यांश तथा पद्यांश, हिंदी भाषा-शिक्षण से संबंधित प्रश्न, भाषा विकास से संबंधित प्रश्न तथा व्याकरण के लगभग सभी भागों से प्रश्न पूछे जाते हैं। इसके लिए एनसीईआरटी की कक्षा 1 से 10 तक की हिंदी की पुस्तकों की सहायता लें।
- अंग्रेजी में भी दो अपठित गद्यांश से प्रश्न आते हैं। अंग्रेजी में वॉकेबलरी को मजबूत बनाएं। इसके अलावा पार्ट ऑफ स्पीच, टेंस, इडियम्स, एंटोनिम्स, सिनोनिम्स, फीगर ऑफ स्पीच आदि टॉपिक अच्छी तरह से तैयार कर लें। तैयारी के लिए कक्षा 1 से 10 तक की अंग्रेजी की एनसीईआरटी की पुस्तकें बहुत लाभदायक होंगी।
- सामाजिक अध्ययन वाले भाग में इतिहास से सबसे अधिक प्रश्न आते हैं। इसके बाद भूगोल और राजनीति शास्त्र से सवाल पूछे जाते हैं। इसके लिए आपको कक्षा 6 से 12 तक की एनसीईआरटी की सामाजिक अध्ययन की पुस्तकों का अध्ययन बार-बार करना होगा।
- विज्ञान तथा गणित वाले भाग की तैयारी के लिए एनसीईआरटी की कक्षा 6 से 12 तक की विज्ञान की पुस्तकें गहराई से पढ़ें और अपनी भाषा में उनके नोट्स बना लें। गणित के लिए निरंतर अभ्यास जरूरी है।
- इस परीक्षा में टाइम मैनेजमेंट बेहद जरूरी है। अतः मॉडल पेपर लेकर ओएमआर शीट पर निर्धारित समय में प्रश्नों को हल करने का अभ्यास करें।