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TV Program बनाने से लेकर Film Making तक, प्रतिभाशाली Set Designers की आज काफी मांग है.
आपने रामलीला, सांवरिया, Jodha Akbar, देवदास जैसी Film अवश्य ही देखी होंगी। रामायण और महाभारत जैसे धारावाहिक भी देखे होंगे। इन फिल्मों और धारावाहिकों में Acting को जितना सराहा गया, उससे भी अधिक उनके Set को सराहा गया। सिर्फ फिल्में ही नहीं, धारावाहिकों में भी Producer director इस बात का खास ख्याल रखते हैं कि उनके सेट उनकी कहानी व किरदारों से मेल खाते हों। Set Designing से संबंधित जानकार Art Designer कहलाते हैं। आर्ट डायरेक्टर सीरियल या फिल्म के बनने के दौरान सेट से संबंधित हर छोटी से छोटी बात का ध्यान रखकर उसे वास्तविकता के करीब रखते हैं। अगर आपमें भी स्पेस, विजुअल स्टोरी और डिजाइन ले आउट की समझ हो तो बतौर सेट डिजाइनर अपना भविष्य देख सकते हैं।

व्यक्तिगत कौशल (Personal Skills_

इस क्षेत्र में सफलता हासिल करने के लिए आपके पास एस्थेटिक सेंस और रिसर्च स्किल के अलावा सीन की महत्ता को ध्यान में रखते हुए बजट में सेट बनाने की योग्यता भी होनी चाहिए। Creativity की स्वाभाविक क्षमता के साथ-साथ संबंधित Technic ज्ञान का होना भी जरूरी है। ऐसे में यदि आप कॅरियर की नई बुलंदियां छूना चाहते हैं तो विषय की प्रकृति के अनुरूप कंप्यूटर जानकारी भी होनी चाहिए।
कार्य प्रकृति (Work Profile of Set Designing)
हर सीन के हिसाब से सेट बनाना, उसमें प्रयोग आने वाली सामग्री की सूची तैयार करना और उसे फिल्म फाइनेंसर से अप्रूव कराना सेट डिजाइनर का काम है। इसलिए उसे प्रॉपर रिसर्च व प्लानिंग करने की जानकारी होनी चाहिए। सेट डिजाइनिंग एक टीम वर्क है, क्योंकि इसमें कारपेंटर, इलेक्ट्रिशियन, लाइटमैन, साउंडमैन आदि के सहयोग की आवश्यकता पड़ती है। इसलिए लीडरशिप क्वालिटी भी जरूरी है।
कोर्स और शैक्षणिक योग्यता (Course and Academic Qualification) अगर आप सेट डिजाइनर बनने की चाहत रखते हैं तो बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स का कोर्स आपके लिए बेहतर रहेगा। यह कोर्स आप 12वीं के बाद कर सकते हैं। अगर आपके पास इंटीरियर डिजाइनिंग एंड आर्किटेक्चर की जानकारी है तो इससे इस क्षेत्र में आपको काफी मदद मिलेगी।

अवसर कहां-कहां (Job Opportunities for Se designers)

कॅरियर की अपार संभावनाएं इस क्षेत्र में मौजूद हैं। आजकल जिस तरह टीवी चैनलों की बाढ़ सी आ गई है, उसे देखते हुए नए-नए सीरियलों के लिए सेट डिजाइनर की मांग हमेशा बनी रहती है। टीआरपी की रेस में सबसे आगे रहने के लिए सीरियल प्रोडक्शन कंपनियों और चैनलों में सेट डिजाइनरों के लिए मौके हमेशा उपलब्ध होते हैं। इसी तरह फिल्म निर्माण के लिए भी ऐसे जानकारों की आवश्यकता बनी रहती है।

आमदनी पर नजर (Income opportunities from Set Designing)

जैसे काम होता है, उसके अनुसार ही कमाई की रकम निर्धारित होती है। जिस प्रोडक्शन हाउस के लिए आप काम करते हैं, उसकी आर्थिक स्थिति के अनुसार भी आपकी कमाई होती है। नियमित जॉब के अलावा आप इस क्षेत्र में कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर काम कर सकते हैं। जैसे-जैसे अनुभव बढ़ता जाता है, आपकी कमाई बढ़ती जाती है।
  • फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, पुणे
  • www.ftiindia.com
  • बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी, वाराणसी
  • www.bhu.ac.in
  • एशियन एकेडमी ऑफ फिल्म एंड टीवी, नोएडा
  • www.aaft.com
  • एलएस रहेजा स्कूल ऑफ आर्ट्स, मुंबई
  • www.lsrsaw.edu.in 

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