भारत देश मेँ आम आदमी भारतीय crpc ipc की धारा पुलिस डिपार्टमेंट को दी
गई जिसकी लॉ और ऑर्डर को मेंटेन रख सके लेकिन क्या पुलिस डिपार्टमेंट उस
crpc ipc के अनुसार कार्रवाई करता है भी करता है तो किन लोगोँ पर करता है
भारतीय कानून लचीला और कठोर है
लचीला अमीर आदमी के लिए हैँ और कठोर गरीब आदमी के लिए यकीन नहीँ है तो देख लीजिए कितने vip vvvip पर्सन को भारतीय कानून ने सजा दिया vvip को अरेस्ट करने के लिए भी स्पेशल परमीशन लेनी होती है चाहिए और मीडियम तब के के लोगोँ को न गरीब को पुलिस का भी उठा सकती है 10 दिन तक उसको इंवेस्टिगेशन करती रहती है उसके बाद तो उसको मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जाता है उसके साथ मारपीट की जाती है फिजिकल टॉर्चर भी किया जाता है पुलिस डिपार्टमेंट की ही जिम्मेदारी है पूरे देश मेँ शांति व्यवस्था बनाए रखने की लेकिन पुलिस डिपार्टमेंट मेँ पुलिस वाले गुंडे भर्ती होते हैँ और वह भी राजनीति आकाओं से भर्ती होते हैं एक दरोगा बाबु आईपीएस आईएस ऑफिसर को राजनीती रसूख के कारण आदेशो की अवेलहना करता है यह यकीन नहीँ है तो आप पूरा इतिहास निकाल कर देख लीजिए अबे up मेँ सब इंस्पेक्टर की भर्ती हुई थी उसमेँ हाईकोर्ट ने अपना डिसीजन दिया है जैसा कि आप सब लोग जानते हैँ इसीलिए देश के अंदर मनोवैज्ञानिक तरीके के लोगोँ को भर्ती करना चाहिए भारतीयोँ को यदि आगे बढ़ना है तो आरक्षण और सिफारिश और भ्रष्टाचार यह तीन चीज़े भी खत्म हो जाते हैँ तो भारत देश अमीर होते हुए गरीब मिलेगा यदि गरीबी है तो भी अमीर हो जाएगा औरोँ लोगो को मूलभूत सुविधाएँ मिलेंगी बिजली मिलेगी पानी मिलेगा इंफ्रास्ट्रक्चर मिलेगा
शिक्षक देश की रीड की हड्डी होती है लेकिन उसमे भी भ्रस्टाचार की बू आती है शिक्षक अपने विचार कर्तव्य भूल गया है वो बच्चो के भविष्य के लिए स्कूल या कक्षा में नही जाता अपितु वह तो अपनी तनख्वाह को पक्का करने के लिए जाता है आजकल तो शिक्षक की और भी दयनीय स्तिथि हो गयी है
देश के अंदर देश के लोगोँ का चरित्र विचार गयास अनुभूति सब कुछ खत्म हो चुका है आज इसका खत्म नहीँ हुआ है उसको अवसर नहीँ मिलता और ना ही वह आगे आ सकता है क्योंकि अच्छा आदमी उस उस पानी की तरह होता है जैसे कि अच्छे पानी के अंदर गंदे पानी को मिक्स कर दिया जाता है तो गंदा पानी ऊपर आ जाता है अच्छा पानी नीचे रह जाता है इसीलिए ए हमारे जो पुराण वेद और हमेँ लौटना होगा सभी भारतीयोँ भारतीयोँ का विकास हो पाएगा राजनीति से परे हटके हम लोगोँ को कार्य करना होगा हमेँ वोट विकास के लिए देनी होगी नॉट के लिए या स्वार्थ के लिए नहीँ जो भी पॉलिटिक्स केवल कर होते हैँ या उनको के लिए ही है
भारत देश बहुत अच्छा देश है यहाँ स्वर्ग है लेकिन स्वर्ग में आम आदमी के जन्म से लेकर अर्थी सैया तक उसको धके ही मिलते हैं जन्म के टाइम सरकारी हॉस्पिटल में न सुनवाई
बड़ा होने पर अच्छे स्कूल में डोनेशन न होने पर धके कॉलेज में एडमिशन के लिए धके नौकरी के लिए धके
फिर शादी और फिर और भी धकमपेल दो टाइम की रोटी के लिए धकम धका
फिर कुछ भी हो आम आदमी को इस धकम पेल में जितना मज्जा आता है उतना मज्जा आमिर या फिर कुए के मेंढक को नही आता क्योंकि उसकी सभी इच्छाए पूरी हो जाती हैं और फिर जिन्दगी का मज्जा नही होता बिना धकम पेल सो दोस्तों एन्जॉय करो धको को न की बुरी चीज़ है धके
लचीला अमीर आदमी के लिए हैँ और कठोर गरीब आदमी के लिए यकीन नहीँ है तो देख लीजिए कितने vip vvvip पर्सन को भारतीय कानून ने सजा दिया vvip को अरेस्ट करने के लिए भी स्पेशल परमीशन लेनी होती है चाहिए और मीडियम तब के के लोगोँ को न गरीब को पुलिस का भी उठा सकती है 10 दिन तक उसको इंवेस्टिगेशन करती रहती है उसके बाद तो उसको मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जाता है उसके साथ मारपीट की जाती है फिजिकल टॉर्चर भी किया जाता है पुलिस डिपार्टमेंट की ही जिम्मेदारी है पूरे देश मेँ शांति व्यवस्था बनाए रखने की लेकिन पुलिस डिपार्टमेंट मेँ पुलिस वाले गुंडे भर्ती होते हैँ और वह भी राजनीति आकाओं से भर्ती होते हैं एक दरोगा बाबु आईपीएस आईएस ऑफिसर को राजनीती रसूख के कारण आदेशो की अवेलहना करता है यह यकीन नहीँ है तो आप पूरा इतिहास निकाल कर देख लीजिए अबे up मेँ सब इंस्पेक्टर की भर्ती हुई थी उसमेँ हाईकोर्ट ने अपना डिसीजन दिया है जैसा कि आप सब लोग जानते हैँ इसीलिए देश के अंदर मनोवैज्ञानिक तरीके के लोगोँ को भर्ती करना चाहिए भारतीयोँ को यदि आगे बढ़ना है तो आरक्षण और सिफारिश और भ्रष्टाचार यह तीन चीज़े भी खत्म हो जाते हैँ तो भारत देश अमीर होते हुए गरीब मिलेगा यदि गरीबी है तो भी अमीर हो जाएगा औरोँ लोगो को मूलभूत सुविधाएँ मिलेंगी बिजली मिलेगी पानी मिलेगा इंफ्रास्ट्रक्चर मिलेगा
शिक्षक देश की रीड की हड्डी होती है लेकिन उसमे भी भ्रस्टाचार की बू आती है शिक्षक अपने विचार कर्तव्य भूल गया है वो बच्चो के भविष्य के लिए स्कूल या कक्षा में नही जाता अपितु वह तो अपनी तनख्वाह को पक्का करने के लिए जाता है आजकल तो शिक्षक की और भी दयनीय स्तिथि हो गयी है
देश के अंदर देश के लोगोँ का चरित्र विचार गयास अनुभूति सब कुछ खत्म हो चुका है आज इसका खत्म नहीँ हुआ है उसको अवसर नहीँ मिलता और ना ही वह आगे आ सकता है क्योंकि अच्छा आदमी उस उस पानी की तरह होता है जैसे कि अच्छे पानी के अंदर गंदे पानी को मिक्स कर दिया जाता है तो गंदा पानी ऊपर आ जाता है अच्छा पानी नीचे रह जाता है इसीलिए ए हमारे जो पुराण वेद और हमेँ लौटना होगा सभी भारतीयोँ भारतीयोँ का विकास हो पाएगा राजनीति से परे हटके हम लोगोँ को कार्य करना होगा हमेँ वोट विकास के लिए देनी होगी नॉट के लिए या स्वार्थ के लिए नहीँ जो भी पॉलिटिक्स केवल कर होते हैँ या उनको के लिए ही है
भारत देश बहुत अच्छा देश है यहाँ स्वर्ग है लेकिन स्वर्ग में आम आदमी के जन्म से लेकर अर्थी सैया तक उसको धके ही मिलते हैं जन्म के टाइम सरकारी हॉस्पिटल में न सुनवाई
बड़ा होने पर अच्छे स्कूल में डोनेशन न होने पर धके कॉलेज में एडमिशन के लिए धके नौकरी के लिए धके
फिर शादी और फिर और भी धकमपेल दो टाइम की रोटी के लिए धकम धका
फिर कुछ भी हो आम आदमी को इस धकम पेल में जितना मज्जा आता है उतना मज्जा आमिर या फिर कुए के मेंढक को नही आता क्योंकि उसकी सभी इच्छाए पूरी हो जाती हैं और फिर जिन्दगी का मज्जा नही होता बिना धकम पेल सो दोस्तों एन्जॉय करो धको को न की बुरी चीज़ है धके
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