अच्छा काम करेंगे तो अच्छा फल मिलेगा और बुरा
करेंगे तो बुरा। ऐसे में आपकी कोशिश यही होनी चाहिए कि आप सदैव अच्छा ही
करें। इसके बावजूद कई बार जाने-अनजाने हमारे द्वारा ऐसे कई काम हो जाते
हैं, जिन्हें जीवन के लिए ठीक नहीं कहा जा सकता। सफल होने के लिए इनसे बचना
बेहद जरूरी है। आपकी प्रवृत्ति सदैव अच्छे काम करने की हो, यह जरूरी है।
आपकी
सोच पॉजिटिव होनी चाहिए (Be Positive) : पढ़ाई से लेकर कारोबार तक आपका चाहे जो भी काम
हो, उसके प्रति आपका नजरिया हमेशा सकारात्मक होना चाहिए। नकारात्मक सोच से
काम करने के आपके उत्साह में कमी आती है। ऐसे में आप बेहतर परिणाम भला कैसे
प्राप्त कर सकते हैं। अपने जीवन में आपको जो चाहिए, खुद को उस पर ही
फोकस्ड रखने की कोशिश करें। उदाहरण के लिए, यदि आप किसी प्रतियोगिता
परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं तो उसमें पहले से सफल हुए विद्यार्थियों के
बारे में जानने के लिए प्रयत्नशील रहें। उनसे दूर ही रहें, जो हमेशा इस
परीक्षा की दिक्कतों पर ही चर्चा करते रहते हैं।
बीती
बातों पर बहस की कोई जरूरत नहीं : पहले की दुखी करने वाली किसी भी घटना के
बारे में बार-बार बात न करें। इससे कोई फायदा नहीं। हां, उस घटना से सबक
जरूर लें। हमेशा उसका रोना रोने पर आपके बढ़ते कदम भी रुक जाएंगे। भूतकाल
की दुखद घटनाओं पर जरूरत से ज्यादा चर्चा से आपका भविष्य भी तहस-नहस हो
जाएगा।
दूसरों
की बजाय खुद पर ध्यान दें : दूसरों की सफलता से प्रेरणा लेने के आप इच्छुक
हों, तब तो उनसे की गई अपनी तुलना फायदेमंद होती है, अन्यथा दूसरों की
सफलता से जलकर ईर्ष्यावश यदि आप ऐसा कोई आकलन करते हैं तो आखिरकार इससे
आपको नुकसान ही होता है। इससे अपने काम पर ध्यान केंद्रित करने में बाधा
आती है। इसलिए दूसरों की बजाय खुद पर ध्यान दें।
दूसरों
पर अधिक निर्भरता ठीक नहीं : कई लोगों की यह आदत होती है कि वह बात-बात पर
दूसरों की मदद लेते हैं। यह आदत आपको आगे बढ़ने से रोकती है। हमेशा यही
कोशिश करें कि अपने लक्ष्य के अनुरूप योजनाबद्ध तरीके से अपने काम खुद ही
करें।
दूसरे
की बुराई में आनंद न खोजें : न तो किसी की बुराई करें और न ही जब कोई
बेवजह किसी की बुराई कर रहा हो तो उसमें दिलचस्पी दिखाएं। ऐसी आदत से आपके
स्वभाव में नकारात्मक व्यवहार नजर आने लगेगा। दूसरों का मजाक उड़ाना
कभी-न-कभी आपके लिए घातक हो सकता है।