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कानून के पढाई या फिर LLB LLM करने के बाद आगे की रहा कहाँ आसान रहेगी?

एअरपोर्ट  पर फ्लाइट डिस्पैचर क्या होता है? इस बाबत मुझे जानकारी देवें?
                                                                                      अंकुश कुमार 
किसी फ्लाइट की उड़ान से लेकर लैंडिंग तक के विभिन्न चरणों के लिए फ्लाइट डिस्पैचर जिम्मेदार होता है। एयरलाइंस से संबंधित उड़ानों पर नियंत्रण रखने में फ्लाइट डिस्पैचर की खास भूमिका होती है। जो अभ्यर्थी इस रूप में जॉब करना चाहते हैं, उनमें तकनिकी जानकारी, काम करने की लग्न के इलावा सजगता बहुत जरूरी है इस रूप में काम करने के लिए DGCA (Directorate General of Civil Aviation) द्वारा मान्य प्रशिक्ष्ण ट्रेनिंग लेनी पडती है क्योंकि तकनीकी बदलाव के कारण यह जरूरी हो जाता है अधिक जानकारी के लिए www.dgca.nic.in पर लोग ओन किया जा सकता है 

मैं एलएलबी कर चुका हूं। इसके बाद अब मेरी इच्छा एंवॉयरमेंट लॉ में कॅरियर बनाने की है। इससे संबंधित जानकारी दें और कुछ संस्थानों के नाम भी बताएं।

                                                                                 रोहित सिंह 
रोहित सिंह पर्यावरण जागरूकता के मद्देनजर संबंधित प्रोफेशनल्स की मांग में इजाफा हुआ है। लॉ में डिग्री हासिल करने के बाद एनवॉयरमेंट के क्षेत्र से जुड़ना बेहतर केंरियर विकल्प है। इसके बाद रिसर्च से लेकर एनजीओ तक में तमाम अवसर मिलते हैं। साथ ही विभिन्न सरकारी और औद्योगिक प्रतिष्ठानों में भी ऐसे कानूनविदों की मांग बनी रहती है। जो भी अच्छे संस्थान हैं, उनमें दाखिला प्रवेश परीक्षा के आधार पर मिलता है। कुछ मुख्य संस्थान हैं= 

  • वल्ड वाइड फंड फॉर नेचर, सेंटर फॉर एनवॉयरमेंट लॉ, नई दिल्ली 
  • पाठ्यक्रम : छह माह का पीजी डिप्लोमा इन एनवॉयरमेंट लाँ
  • इंडियन लॉ इंस्टिट्यूट, नई दिल्ली 
  • पाठ्यक्रम: Environmental Law में एक वर्षीय डिप्लोमा 
  • नेशनल  लॉ स्कूल ऑफ़ इंडिया यूनिवर्सिटी, बेंगुलुरु 
  • पाठ्यक्रम एकवर्षीय पीजी डिप्लोमा इन Environment लॉ 


बीसीए करने के बावजूद आज के प्रतियोगी माहौल में सिर्फ इस डिग्री के बल पर जॉब पाना मुझे आसान नहीं लग रहा है। ऐसे में किस कोर्स में दाखिला लेना मेरे लिए ठीक रहेगा?
                                                            अभिनवं श्रीवास्तव
अभिनवं श्रीवास्तव। आप चाहें तो विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। इसके अलावा आप कोडिंग, डाटा एंट्री, पेज मेकिंग, नेटवकिंग आदि में जा सकते हैं। आप जावा, डॉट नेट जैसे लैंग्वेज प्रोग्राम भी कर सकते हैं। आप हार्डवेयर से संबंधित कोई कोस कर सकते हैं। किसी अच्छी यूनिवर्सिटी से एमसीए करके भी आप अपनी दिशाएं निर्धारित कर सकते हैं। एडवांस्ड कंप्यूटिंग और डाटाबेस मैनेजमेंट से संबंधित कोर्स फायदेमंद हैं। इसके अलावा वेब डिजाइनिंग और गेमिंग टेक्नोलॉजी भी बढ़िया विकल्प हैं। अपनी रुचि के अनुसार आप विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों की सेि संबंधित कोर्स में भी दखल ले सकते हैं।
लाइफ साइंस से संबंधित विषयों के बारे में जानकारी दें।
महेश शर्मा इं
महेश शर्मा इंजीनियरिंग आदि विषयों को लाइफ साइंस के तहत शामिल किया जाता है। इनमें से किसी की भी पढ़ाई करके अपना भविष्य बनाया जा सकता है। जॉब के लियन क्षेत्रों में रसर्च से संबंधित भी मके खूब मिलते हैं।
लाइफ साइंस से संबंधित विषयों के बारे में जानकारी दें।
                                                                महेश शर्मा
फिजियोलॉजी, जिनेटिक्स Cytology, टेक्सोनोमी, एन्टोंमोलोजी, कम्पेरेटिव फिजियोलॉजी, पैथोलॉजी, बायोइन्फोर्मटिक्स, मोलेक्युलर बायोलॉज, बायोकेमिस्ट्री, para-cytology, biotechnology, micro biology , बायोमेडिकल साइंस बायो    इंजीनियरिंग आदि विषयों को लाइफ साइंस के तहत शामिल किया जाता है। इनमें से किसी की भी पढ़ाई करके अपना भविष्य बनाया जा सकता है। जॉब के लिनक्षेत्रों में सिर्च से संबंधित भी मौके खूब मिलते हैं।

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