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दोस्तों, आज हम आपको एक ऐसी प्रेम कहानी के बारे में बताने जा रहे हैं जो हमेशा फिल्मों में दिखाई जाती है। जी हां, एक अमीर बिजनसमैन की बेटी और एक गरीब लड़के की बीच की लव स्टोरी। सिनेमाई पर्दे पर तो वह गरीब लड़का हमेशा अपने प्यार की जंग जीत जाता है, लेकिन इस कहानी में प्यार करने वाले लड़के को ही विलेन बनकर मरना पड़ता है

जी हां, दोस्तों यह लक्स इंडस्ट्रीज़ के मालिक की बेटी प्रियंका तोड़ी और एक मुसलमान लड़के रिज़वान-उर-रहमान के बीच शुरू हुई प्रेम कहानी है, लेकिन इसकी एंडिंग बिल्कुल बुरी हुई। कहानी शुरू होती है कोलकाता शहर से जहां सेंट जेवियर्स से पढ़ाई खत्म करने के बाद रिज़वान ने एक प्राइवेट अकादमी में कंप्यूटर ग्राफिक्स पढ़ाना शुरू कर दिया था। रिजवान की स्टूडेंट्स में से एक ​थी लक्स इंडस्ट्रीज के मालिक अशोक तोड़ी की बेटी प्रियंका तोड़ी। पढ़ने-पढ़ाने के दौरान इनके बीच कब प्यार हो गया एक दूसरे को पता ही नहीं चला। यह एक दूसरे से शादी करना चाहते थे, लेकिन शादी के बीच दो बड़े पहाड़ थे। एक तो इनके बीच अमीरी और गरीबी के बीच पहाड़ जैसा फासला और उससे भी बड़ी थी धर्म की दीवार। बता दें कि रिजवान जहां मुसलमान था वहीं प्रियंका तोड़ी एक हिंदू लड़की।

लक्स इंडस्ट्रीज के मालिक अशोक तोड़ी के पास कितना पैसा होगा यह किसी को बताने की जरूरत नहीं हैं, इसके अलावा पैसे की वजह से पहुंच भी बहुत ऊपर तक थी। हांलाकि कोर्ट में दिए गए हलफनामें में लिखा है कि उनके परिवार की पुलिस से कोई सांठ-गांठ थी, न ही उन्होंने किसी पुलिस अफसर को कोई फायदा पहुंचाया।

इस कहानी ने उस वक्त मोड़ लिया जब रिज़वान और प्रियंका ने गुपचुप तरीक से शादी कर ली। दोनों ने 18 अगस्त, 2007 को स्पेशल मैरिज ऐक्ट में शादी रजिस्टर कराई। प्रियंका के पिता अशोक तोड़ी को जैसे ही पता चला वह कुछ रिश्तेदारों के साथ बेटी की ससुराल पहुंचे। वहां उन्होंने घुटनों के बल बैठकर बेटी के पैर पकड़ लिए और बोले-बेटी मेरी इज्जत बचा ले, नहीं तो मेरी नाक कट जाएगी। मैं किसी भी सूरत में किसी मुसलमान को अपना दामाद नहीं बना सकता।

इसके बाद प्रियंका और रिजवान ने कोलकाता पुलिस को पत्र लिखा कि कुछ अपराधी तत्व हमारे घर आकर हमें धमका रहे हैं और कह रहे है कि हम अगर साथ रहे तो इसकी सजा भुगतनी पड़ेगी। कोलकाता पुलिस में डीसीपी अजय कुमार पर यह भी आरोप लगता है कि उन्होंने धमकी दी थी कि अगर प्रियंका अपने मां-बाप के पास नहीं लौटती, तो रिज़वान को अरेस्ट कर लिया जाएगा। यहां तक कि सीबीआई ने भी अजय कुमार पर आत्महत्या के लिए उकसाने का केस चलाने को कहा था। 8 सितंबर के दिन पूरी साजिश के तहत प्रियंका के पास यह खबर आती है कि उनके पापा बीमार है, बेचारी बेटी बीमार पापा को देखने के लिए अपने मायके आ गई। प्रियंका को 7 दिन के अंदर ही वापस रिजवान के पास लौटना था। लेकिन प्रियंका का मोबाइल छीन लिया गया। इसके बाद मौका देखकर प्रियंका ने रिजवान को फोन किया और पूरी बात बताई।

फोन पर ही प्रियंका और रिजवान रो रहे थे। प्रियंका ने कहा मुझे भूलना मत, मेरा इंतजार करना। उधर रिजवान ने कहा कि महीनों लग जाए या साल मैं पूरी जिंदगी तुम्हारा इंतजार करूंगा। इनके बीच यह आखिरी बार बात हुई थी। इसके बाद वे कभी नहीं मिल सके। रिजवान ने कोर्ट के अलावा असोसिएशन फॉर प्रॉटेक्शन ऑफ डेमोक्रैटिक राइट्स के जरिए प्रियंका को पाने की कोशिश की नतीजा कुछ नहीं निकला

हां, 21 सितंबर को रिज़वान की लाश एक रेलवे ट्रैक पर मिली। बिल्कुल साफ सुथरे कपड़ों में बस सिर के पीछे एक चोट थी। पुलिस तो पहले से ही तैयार बैठी थी, रिपोर्ट में कह दिया गया खुदकुशी का मामला है। हमेशा की तरह छात्रों ने लंबा कैंडल लाइट विरोध-प्रदर्शन किया। हिंसक प्रदर्शन किया गया, जिसमें कई पुलिस अधिकारी जख्मी भी हुए, प्रियंका के पिता अशोक तोड़ी गिरफ्तार हुए तथा जमानत पर छोड़ दिए गए। तत्कालीन मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य जब रिज़वान के परिवार से मिलने पहुंचे थे तब भीड़ ने उनकी कार पर खूब घूंसे मारे थे। इस मामले में प्रियंका कुछ दिन तक चुप रहीं, इसके बाद कहा कि रिजवान अपने परिवार की वजह से परेशान था। प्रियंका ने रिज़वान के भाई रुकबान-उर-रहमान और रिजवान के दोस्त पप्पू पर उंगली उठाई।

प्रियंका ने कहा कि उन्हीं के बीच जरूर कुछ हुआ जिससे रिजवान की मौत हुई। प्रियंका की बातों पर रिज़वान के मां-बाप ने सख्त ऐतराज जताया था। आखिरकार एक लंबी प्रक्रिया के बाद रिजवान की मौत को हत्या और आत्महत्या के बीच फंसाकर छोड़ दिया गया। प्रियंका तोड़ी अब लक्स इंडस्ट्रीज में ऐड डिपार्टमेंट संभालती हैं। कई बार वह पब्लिक प्रोग्राम्स में भी दिखतीं हैं। वह अपने परिवार के बिजनस में हाथ बंटा रही हैं। वहीं युवा रिजवान को अब दुनिया भूला चुकी है।

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