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खुली अर्थव्यवस्था ने भारत के आर्थिक एवं वित्तीय क्षेत्र को सफलताओं के नए पंख लगा दिए हैं। आर्थिक एवं वित्तीय क्षेत्र नित नई ऊंचाइयों को स्पर्श कर रहा है। इन सफलताओं से भारत की अर्थव्यवस्था को तो जबरदस्त मजबूती मिली ही है, साथ ही साथ रोजगार के अवसरों में भी भारी बढ़ोतरी होती जा रही है। बदलते परिवेश में अर्थव्यवस्था के हर क्षेत्र पर शेयर बाजार का प्रभाव नजर आने लगा है। अगर देखा जाए तो किसी भी देश की अर्थव्यवस्था के स्वस्थ्य का अंदाजा मौजूदा समय में उसके शेयर बाजार के सूचकांक के उतार-चढ़ाव के आधार पर लगाया जा सकता है। सीधे शब्दों में कहें तो शेयर बाजार किसी भी देश की अर्थव्यवस्था का आईना है। यही वजह है कि आज यह क्षेत्र रोजगार के एक बेहतर विकल्प के रूप में उभरा है।


career in share market
गौरतलब है कि भारतीय अर्थव्यवस्था में उदारीकरण से आम और खास आदमी के बीच निवेश की प्रवृत्ति का विकास हुआ है। यही वजह है कि अक्सर शेयर बाजार के नाम से घबराने वाला सामान्य व्यक्ति भी आज शेयर बाजार में विशेष रुचि लेने लगा है। शेयर बाजार में निवेशकों की बढ़ती रुचि के परिणामस्वरूप ही इन बाजारों में रोजगार के अवसरों में भारी इजाफा हुआ है। शेयर बाजार के कायदे-कानून इतने जटिल हैं कि इन्हें आम
आदमी के लिए समझ पाना आसान नहीं है, जिसके चलते इन्हें समझने व क्रियान्वित करने के लिए प्रशिक्षित व्यक्तियों की जरूरत पड़ती है। शेयर बाजार में केवल शेयर खरीदने-बेचने का माध्यम बनने वाले ब्रोकर ही नहीं होते, बल्कि लगातार बढ़ते बाजार के कारण इसमें विभिन्न प्रकार के रोजगार की बेहतर संभावनाएं भी सामने आई हैं। दरअसल गैरपारंपरिक करियर के क्षेत्र में यह लोगों को खुब लुभा रहा है। बाजार में सेंसेक्स की ऊंचाई की भांति इसमें भी करियर उड़ान भर रहा है। देशीविदेशी निवेशकों की लगातार बढ़ती तादाद के कारण शेयर बाजार का तेजी से विस्तार हो रहा है। ऐसी स्थिति में यह स्वाभाविक है कि जब बाजार बढ़ रहा है, तो इसमें विभिन्न तरह का काम करने वालों की आवश्यकता भी होती है। अब ऑनलाइन कारोबार होने के कारण एक जगह बैठे-बैठे देश ही नहीं अपितु दुनिया के किसी भी स्टॉक मार्केट में डीलिंग की जा सकती है।

आम आदमी की समझ में इंश्योरेंस फंड, रिटायरमेंट फंड और म्युच्युअल फंड नहीं आते। | हैं इसलिए अगर उन्हें शेयर बाजार में निवेश | करना है तो तमाम मुद्दों पर सलाह-मशविरा के लिए विशेषज्ञ की आवश्यकता होती है। इसलिए इस क्षेत्र में कंसल्टेंसी के रूप में सर्वाधिक रोजगार के अवसर हैं। इसके अलावा मार्केट एनालिस्ट, रिसर्च एनालिस्ट या इक्विटी रिसर्चर के तौर पर भी रोजगार के अवसर हैं। इस क्षेत्र में प्रशिक्षित लोगों की भारी डिमांड रहती हैं। तमाम इंवेस्टमेंट बैंक, म्यच्यअल फंड कंपनियां, फाइनेंशियल इंस्टीट्यूट,फाइनेंशियल वेबसाइट, स्टॉक ब्रोकिंग फर्म और तो और फाइनेंशियल न्यूज पेपर्स आदि में भी भरपर रोजगार उपलब्ध हैं। इकोनॉमिस्ट, अकाउंटेंट, फाइनेंशियल एनालिस्ट एंड स्पेशलिस्ट इंडस्ट्री स्पेशलिस्ट, कैपिटल मार्केट स्पेशलिस्ट, इन्वेस्टमेंट एंड फायनेंशियल प्लानर्स और ब्रोकर जैसे कार्यों से जुड़कर अच्छी खासी कमाई की जा सकती है। तमाम म्युच्युअल फंड और वित्तीय कंपनियां बाजार के नए ट्रेंड पर नजर रखने के लिए कैपिटल मार्केट स्पेशलिस्ट की नियुक्तियां करती हैं। इनका मुख्य काम बाजार के रूख को भांपकर कंपनी के हित में वित्त संबंधी उचित सलाह-मशविरा देना है, वहीं सिक्योरिटीज एनालिस्ट का काम कंपनी को मार्केट की सही-सही जानकारी देना है। शेयर मार्केट में ब्रोकर का पेशा भी खासा लोकप्रिय है और इससे जुड़कर भरपूर पैसा कमाया जा सकता है।
 
वर्तमान में वित्तीय क्षेत्र में कशल लोगों की लगातार आवश्यकता महसूस की जा रही है। वित्तीय विशेषज्ञों के अनुसार वर्तमान में शेयर बाजार में 50 हजार प्रोफेशनल्स की जरूरत है, लेकिन केवल 10 हजार प्रोफेशनल्स ही मौजूद हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक 2019-20 तक शेयर बाजार में एक लाख प्रोफेशनलों की जरूरत होगी। प्रशिक्षित लोगों को इस क्षेत्र के विभिन्न प्रतिष्ठित संस्थान हाथों- हाथ लेते हैं। कई विद्यार्थियों को तो कंपनियां अध्ययन अवधि के दौरान ही सेलेक्ट कर लेती हैं। इस क्षेत्र में रोजगार उपलब्ध कराने वालों में कोटक सिक्योरिटीज, आईएलएंडएफएस, एंजल ब्रोकिंग, इंडिया बुल्स आदि प्रमुख हैं।

करियर के लिहाज से देखा जाए तो इस क्षेत्र में वही युवा बेहतर भविष्य बना सकता है, जो तेज तर्रार, तुरंत निर्णय लेने में सक्षम हो, मार्केट की समझ रखता हो तथा तर्क-वितर्क तथा ग्राहक को डील करने के हुनर में माहिर हो। इसके अलावा इस क्षेत्र में कार्य करने के लिए कम्प्यूटर व इंटरनेट के इस्तेमाल में भी महारत हासिल होनी जरूरी है। अंग्रेजी का ज्ञान इस क्षेत्र के लिए अतिरिक्त योग्यता के रूप में देखा जाता है। अगर शैक्षिक योग्यता की बात करें तो वाणिज्य, अर्थशास्त्र, गणित व विज्ञान विषय के छात्रों के लिए। यह एक उम्दा कार्यक्षेत्र है।
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शेयर बाजार में धांधली एवं घोटालों से बचाव के लिए अब सरकार ने इसमें काम करने वाले लोगों के लिए सर्टिफिकेट कोर्स जैसी अनिवार्य शर्ते भी लगा दी हैं। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने | सभी कैपिटल मार्केट के कर्मचारियों के लिए यह | अनिवार्य कर दिया है कि वे सभी फाइनेंशियल मार्केट | के आठ केंद्रीय क्षेत्रों में एनएसई सर्टिफिकेट प्राप्त हों। | यह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज द्वारा प्रदान किया जाने
वाला प्रमाणपत्र है। यह प्रमाणपत्र हर तीन वर्ष पश्चात रेन्यू भी करवाना पड़ता है।

शेयर मार्केट में अपार संभावनाओं के मद्देनजर | इस क्षेत्र में युवाओं का रुझान बढ़ा है। इसी बढ़ती मांग । के तहत विभिन्न विश्वविद्यालयों तथा संस्थानों में | इससे संबंधित पाठ्यक्रमों का संचालन भी तेजी से बढ़ा है। शेयर बाजार में रोजगार पाने के इच्छुक अभ्यर्थी मुख्य रूप से कैपिटल मार्केट, डीलर | मॉड्यूल व डेरिवेटिव्स फोर मॉड्यूल, सर्टिफिकेट प्रोग्राम ऑन कैपिटल मार्केट, पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा | इन सर्टिफिकेट इंटरनेशनल इंवेस्टमेंट एनालिस्ट व कैपिटल मार्केट में पोस्ट ग्रेजुएशन डिप्लोमा कर सकते हैं। शेयर बाजार से जुड़ने के लिए चल रहे विभिन्न पोस्ट ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों के लिए अभ्यर्थी का स्नातक होना अनिवार्य है कुछ संस्थानों में में प्रवेश के लिए 50 प्रतिशत अंक से स्नातक उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के लिए एक व दो वर्षीय डिप्लोमा व सर्टिफिकेट पाठ्ययक्रम विभिन्न संस्थानों में कराए जाते हैं। इसके अतिरिक्त कई संस्थानों में प्रवेश परीक्षा में सामान्य ज्ञान व शेयर बाजार से जुड़े सामान्य प्रश्न भी पूछे जाते हैं। इस लिखित परीक्षा के पश्चात साक्षात्कार लिया जाता है। अंत में मेरिट लिस्ट तैयार कर आवेदकों को दाखिला दिया जाता है।

विभिन्न संस्थानों द्वारा संचालित पाठ्यक्रमों के अलावा नेशनल स्टॉक एक्सचेंज द्वारा संचालित किया जाने वाला एनसीएफएम टेस्ट उत्तीर्ण कर टर्मिनल एग्जीक्यूटिव और टर्मिनल ऑपरेटर के रूप में विभिन्न फार्मों में नियुक्ति पा सकते हैं। यह टेस्ट देश के कई बड़े शहरों में आयोजित होता है। यह टेस्ट वर्ष में दो बार आयोजित किया जाता है। | इस क्षेत्र में प्रारंभिक दौर में ही 15 से 25 हजार रुपये प्रतिमाह पारिश्रमिक आसानी से मिल जाता है। अनुभव व फील्ड नॉलेज पाने के पश्चात 1 लाख रुपये मासिक तक प्राप्त किए जा सकते हैं।


प्रमुख संस्थान
  • द मुंबई स्टॉक एक्सचेंज ट्रेडिंग इंस्टीट्यूट, मुंबई दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली
  • द इंस्टीट्यूट ऑफ कैपिटल मार्केट डेवलपमेंट, नई दिल्ली । यूटीआई इंस्टीट्यूट ऑफ कैपिटल मार्केट, नवी मुंबई
  • जेडीबी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज एंड रिसर्च, नासिक पुणे विश्वविद्यालय, पुणे

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