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भारत में बढ़ते पर्यटकों की संख्या के कारण यहां की होटल इंडस्ट्री खूब फलफूल रही है। बीते सात सालों की बात करें तो भारतीय होटल इंडस्ट्री में 15 फीसदी की ग्रोथ हुई है। होटल इंडस्ट्री हर उस व्यक्ति के लिए
आतिथ्य सत्कार के लिए तैयार है जो या तो सुविधाओं को अपनी हैसियत के अनुसार हासिल करना चाहता है या स्वागत सत्कार के गुणों के लिए अपने करियर की तलाश कर रहा है। यदि चाहते हैं उस दुनिया में जाना जहां एक तरफ आधुनिकता का स्वर्ग फैला है और दूसरी तरफ करियर की बुलंदियां तो देर किस बात की। होटल मैनेजमेंट का कोर्स करिये और निकल पड़िए सेवा सत्कार के उस अभियान पर जहां पैसा भी है, नई-नई जगहों पर जाने का अवसर भी है और अलग-अलग सभ्यता के लोगों को जानने का मंच भी है। इस इंडस्ट्री में जाने लायक काबिलियत हासिल करना कोई कठिन काम भी नहीं है। अपने मन मुताबिक फील्ड का चुनाव करें, पढ़े, प्रैक्टिकल अनुभव लें और करियर की शुरूआत करें। एक अनुमान के मुताबिक आने वाले पांच सालों में होटल इंडस्ट्री में करियर की अपार संभावनाएं हैं।
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कौन कौन से हैं कोर्स

लक्ष्य भारती इंस्टिट्यूट ऑफ इंटरनेशनल होटल मैनेजमेंट के डायरेक्टर कमल कुमार के मुताबिक इसमें यूं तो कई प्रकार के पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं। जैसे कुकिंग एंड बेकरी, फूड एंड बेवरेजेज, फूड प्रोडक्शन, फ्रंट ऑफिस मैनेजमेंट, होटल मैनेजमेंट आदि। इन सभी कोर्सेज में छात्र 3 साल की डिग्री से लेकर 6 महीने के सर्टिफिकेट कोर्स तक कर सकते हैं।

कुकिंग एंड बेकरी

कुकिंग और बेकरी का कोर्स आपके लिए एक अच्छा ऑपशन बन सकता है, यदि आप एक बेहतर शेफ बनाना चाहते हैं। खाने की सम्पूर्ण जिम्मेदारी से लेकर किचन का रख-रखाव शेफ की निगरानी में होता है। हालांकि कई बार शेफ को फ्रंट में भी आना पड़ता है।

ये एक मैनेजरियल एक्टिविटी का ही हिस्सा होता है, ताकि उसे पता चल से कि लोगों को क्या पसंद आ रहा है और उसके अनुरुप वो लोगों के लिए वही डिश तैयार करें ताकि लोग बार-बार स्वाद लेने वहां आएं।


फूड एंड बेवरेजेज

फूड एंड बेवरेज सर्विस विभाग मेहमानों की जरूरतों का खयाल रखता है। यह स्टाफ गेस्ट की टेबल तक उसकी पसंद का व्यंजन या पेय पहुंचाने का काम करता है। टेबल से दर रहते हुए वह गेस्ट की बॉडी लैंग्वेज पढ़ता है और उसके कहने से पहले ही निर्देशों का पालन कर देता है।

एक फूड एंड बेवरेज ग्रेजुएट रूम सर्विस, बार, स्पेशलिटी रेस्टोरेंट, कैफे, डिस्कोथेक, नाइट क्लब, बैंक्विट में से किसी को चुन सकता है। मैनेजमेंट ट्रेनी के रूप में शुरूआत के बाद असिस्टेंट मैनेजर बनते हैं।

फूड प्रोडक्शन

फुड प्रोडक्शकन का काम किसी भी रेस्तरां, होटल, फास्ट फूड ज्वाइंट या किसी भी फूड स्टॉल पर खाना बनाना होता है । फुड प्रोडक्शन मैनेजर की भमिका यहीं खत्म नहीं हो जाती. मेन्यू प्लान करना, सामान मंगाना, तैयारी की सुपरविजन करना, किचन के स्टाफ को निर्देश देना भी उसकी जिम्मेदारियों में शामिल होता है। शेफ के रूप में अच्छी क्वालिटी का स्वादिष्ट खाना तैयार करना उसका धर्म है क्योंकि उसी के आधार पर ग्राहक आएंगे और फूड बिजनेस चलेगा। फुड प्रोडक्शेन मैनेजर को अलग-अलग किस्म के व्यंजनों और उन्हें तैयार करने की विधि के बारे में जानकारी होनी चाहिए।

फ्रंट ऑफिस मैनेजमेंट फ्रंट ऑफिस हर उस काम को करने में तत्पर होता है जिससे ग्राहकों यानी अतिथियों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो, उन्हें हर तरह से संतुष्ट किया जा सके।

होटल के मानकों का पालन करते हुए अपनी सेवा से संतुष्ट करने में फ्रंट ऑफिस अपनी उपयोगिता साबित करता है। इस विभाग के लिए एक प्रबंधक नियुक्त होता है जो फ्रंट ऑफिस ऑपरेशन को देखता है और पूरे बिजनेस प्लान के अनुसार हर काम व्यवस्थित रखता है।

योग्यता (Eligibility for Hospitality Management)

दिल्ली पैरामेडिकल एंड मैनेजमेंट इंस्टिट्यूट की प्रिंसिपल अरूणा सिंह के अनुसार इन पाठ्यक्रमों को करने के लिए किसी भी मान्यताप्राप्त बोर्ड या विश्वविद्यालय से 12वीं या इसके समकक्ष उत्तीर्ण होना जरूरी है।

12वीं में अंग्रेजी एक अनिवार्य विषय के रूप में पढी होनी चाहिए। न्यूमैंरिकल एबिलिटी, सामान्य ज्ञान व सामान्य विज्ञान की जानकारी भी बेहद जरूरी है। साथ ही हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री की समझ हो तो बेहतर है। इस इंडस्ट्री में कामयाब होने के लिए कुछ व्यक्तिगत गुणों का होना भी जरूरी है जैसे, मृदुभाषी होना, कितनी भी परेशानी हो, चेहरे पर न आने देना, सेवा सत्कार को धर्म की श्रेणी में रखना आदि।

कहां कहां है अवसर

होटलों में काम करने के अलावा और भी कई ऐसे स्थान हैं जहां होटल मैनेजमेंट की डिग्री या डिप्लोमा करने वालों को नौकरी मिल सकती है। रेस्तरां या फास्ट फूड ज्वाइंट, क्रूज शिप, हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन एंड केटरिंग, इंस्टीट्यूशनल एंड इंडस्ट्रियल केटरिंग, एयरलाइन केटरिंग, होटल एंड केटरिंग इंस्टीट्यूट्स, रेलवे, बैंक या अन्य बड़े संस्थानों में कैंटीन।

सैलरी पैकेज
इस क्षेत्र में करियर के शुरुआती दौर में आपको 12 हजार से 18 हजार रुपये प्रति माह मिल सकते हैं। कुछ वर्षों का अनुभव हासिल करने के बाद सैलरी अच्छी हो सकती है।

Main Hospitality Management Institutions

  • Indira Gandhi Open University, New Delhi
  • The Hotel School, New Delhi
  • Kurukushetra University, Kurukshetra Haryana

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